नई दिल्ली: निष्क्रिय वायरस से तैयार कोवैक्सीन कोविड संक्रमण के विरुद्ध कम से कम 6 माह तक सुरक्षा प्रदान करने वाली है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इम्यूनोलाजी (NII) के प्रभारी निदेशक पुष्कर शर्मा ने ऐसा कहा है। पुष्कर शर्मा रविवार को NII की सोसायटी की वार्षिक आम सभा को संबोधित कर सकते है । अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा है कि कोवैक्सीन की प्रतिरक्षात्मक प्रणाली कोविड महामारी पैदा करने वाले वायरस सार्स-सीओवी-2 और उसके वैरिएंट आफ कंसर्न को ध्यान में रखती है और जब वायरस शरीर में प्रवेश करता है तो वह तुरंत सक्रिय होकर उसे समाप्त कर देती है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने आम सभा की अध्यक्षता की।
शर्मा ने कहा है कि संकट के समय में कोविड रोधी वैक्सीन पर शोध की दिशा में विशेष कोशिश किए गए। उन्होंने बोला है कि निष्क्रिय वायरस वैक्सीन कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 और उसके डेल्टा, अल्फा, बीटा और गामा वैरिएंट के विरुद्ध मजबूत प्रतिरक्षा पैदा करती है जो कम से कम 6 माह तक बनी रहती है। विश्वभर के अब तक 96 देशों ने इंडिया की कोवैक्सीन को मान्यता दी है। विश्वभर के देश भारतीय कोविड वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र को मंजूरी दे चुके है।
मान्यता देने वाले 96 देशों में कनाडा, बेल्जियम, जर्मनी, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, आयरलैंड, बांग्लादेश, नीदरलैंड, स्पेन, माली, अंगोला, घाना, सिएरा लियोन, हंगरी, नाइजीरिया, बेनिन, चाड, सर्बिया, पोलैंड, स्लोवाक गणराज्य शामिल हैं। इनके अलावा इस लिस्ट में गुयाना, एंटीगुआ और बारबुडा, मैक्सिको, निकारागुआ पनामा, कोस्टा रिका, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, उरुग्वे, पराग्वे, कोलंबिया, , डोमिनिका का राष्ट्रमंडल, लेबनान, अल सल्वाडोर, होंडुरास, डोमिनिकन गणराज्य, ग्वाटेमाला हैती, नेपाल, ईरान, राज्य फिलिस्तीन, सीरिया, ट्यूनीशिया दक्षिण सूडान, आस्ट्रेलिया, सूडान, मिस्र, मंगोलिया और फिलीपींस अन्य देश के नाम भी मौजूद है।
दिल्ली में प्रदूषण रोकने के लिए कई पाबंदियां लागू, जानिए किन गतिविधियों पर लगी रोक
दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के पास हुई बड़ी रेल दुर्घटना, बेपटरी हुए मालगाड़ी के 8 कंटेनर
बाल यौन शोषण मामले में छापेमारी करने गई CBI टीम पर भीड़ का हमला, देखें वीडियो