कोरोना के वजह से खेल जगत पर भी गहरा असर पड़ा है. वहीं, देश के शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया ने बोला है कि कोरोना संक्रमण ने उन प्लेयर्स की चुनौतियों को बढ़ा दिया है, जो एक वर्ष तक स्थगित हुए टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल करने के प्रयास में लगे हुए हैं. इस बारें में बजरंग ने बोला कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर गए उनके जैसे पहलवानों के पास एक ही गोल है कि इसके लिए सर्वश्रेष्ठ संभावित प्रकार से अभ्यास कर रहे हैं .
दुनिया के शीर्ष पहलवानों में बजरंग (65 किग्रा) शामिल है. हाल ही में बजरंग ने इंस्पायर इंस्टिट्यूड ऑफ स्पोर्ट्स (आइआइएस) में अभ्यास प्रारम्भ किया है जहां जॉíजयाई कोच शाको बेंटिनिडिस भी उनके संग हैं. बजरंग ने बोला, 'मेरा एक क्लियर लक्ष्य है कि मुझे ओलंपिक में अच्छा परफॉरमेंस करना है. यह उन लोगों के लिए ज्यादा चुनौतीपूर्ण है जिन्होंने अभी तक क्वालीफाई नहीं किया है. मैं नहीं बोला सकता कि मेरे परफॉरमेंस में सुधार हुआ है या नहीं क्योंकि कोई प्रतियोगिता नहीं हो रही है.
उन्होंने आगे कहा हम सभी कोरोना लॉकडाउन में है लेकिन मैंने एक दिन भी प्रैक्टिस नहीं छोड़ी. बहुत कुछ इस बात पर भी आश्रित करता है कि आपके आसपास कैसे लोग रह रहे हैं, वे आपको प्रेरित करते हैं या नहीं. मेरे आसपास अच्छे लोग भी हैं. ' वर्ल्ड चैंपियनशिप की पदक विनर पूजा ढांडा ने भी बोला हैं कि प्रतिस्पर्धा की कमी ने पहलवानों के हौसले को कम कर दिया है.
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