भारत सहित दुनियाभर में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन का खतरा मंडरा रहा है। वहीं इस समय ब्रिटेन में तेजी से फैल रहे कोरोना के नए वैरिएंट Omicron से बीते सोमवार को पहली मौत हुई। इन सभी के बीच नॉर्वे सरकार ने अपने देश में आंशिक रूप से लॉकडाउन लगा दिया है। दूसरी तरफ भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान में भी ओमिक्रॉन (Omicron) के केस सामने आए हैंं। एक एजेंसी के मुताबिक, यूनाइटेड किंगडम में बीते 27 नवंबर को पहले ओमिक्रॉन मामले का पता चला था। वहीं उसके बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं। अब बीते रविवार (12 दिसंबर) को उन्होंने कहा कि 'देश में तीसरी लहर की आशंका है।'
वहीं ब्रिटेन का कहना है कि 'अगर कार्रवाई नहीं की गई तो महीने के अंत तक ओमिक्रॉन से दस लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं।' आप सभी को बता दें कि एजेंसी का कहना है कि ओमिक्रॉन के संक्रमण के चलते नॉर्वे में आंशिक रूप से लॉकडाउन लगा दिया गया है। वहीं नॉर्वे के प्रधानमंत्री का कहना है कि, 'ओमिक्रॉन संक्रमण के कारण सख्ती बरते जाने की जरूरत है। यहां बार, रेस्तरां, जिम बंद कर दिए गए हैं। सख्त COVID-19 के नियम लागू किए गए हैं।'
उन्होंने कहा, ऐसी आशंका है कि जनवरी में नए मामले प्रति दिन 300,000 तक पहुंच सकते हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोएरे ने कहा कि 'नॉर्वे प्रतिबंधों को और कड़ा करेगा। कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट पर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन तेज किया जाएगा। यहां जिम और स्विमिंग पूल बंद करने और स्कूलों में सख्त नियमों के अलावा अन्य चीजों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।' इसी के साथ प्रधानमंत्री ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि, 'कई लोगों के लिए यह एक तालाबंदी जैसा लगेगा। लोगों के जीवन और उनकी आजीविका के लिए सख्ती बरतना बेहद जरूरी है।'
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