गोमुखासन जैसे कि आपको नाम से ही पता चल रहा है कि इस आसन को करने से आपकी स्थिति गाय की तरह हो जाती है. इस तरह के योग से आपको काफी लाभ हो सकते हैं. खास जानकारी के लिए बता दें कि ये कि ये आसान स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी होता है. यह आसन करने में बहुत ही आसान हैं और हर उम्र की महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं. इसे करने से आप अपने वजन को कम करने से लेकर शरीर को सुंदर बना सकती हैं. बता दें, गोमुखासन हमारे कंधों और थाई की मसल्स को मजबूत बनाता है और आसन पीठ और कंधे की समस्या से परेशान महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी होता है. आज हम इसी के कुछ फायदे बताने जा रहे हैं.
गोमुखासन करने का सही तरीका
इस आसन को करने के लिए सबसे पहले जमीन पर बैठें और अपनी कमर सीधी रखें.
फिर अपने एक पैर को दूसरे पैर पर रखें, लेकिन ध्यान रखें कि ऐसा करते समय आपकी एक थाई दूसरी के ऊपर हो.
इसके बाद बाएं हाथ को उठाकर कोहनी की तरफ से मोड़ें और पीछे की ओर कंधों से नीचे ले जाएं.
उसके बाद दाएं हाथ को कोहनी से मोड़ें और ऊपर की ओर ले जाकर पीछे पीठ पर ले जाएं.
दोनों हाथों की अंगुलियों को पीठ के पीछे इस तरह से रखें कि एक दूसरे को आपस में इंटरलॉक हो जाए.
अब सिर को कोहनी पर टिकाकर पीछे की ओर करने की कोशिश करें.
इस क्रिया को करते हुए सांस लें और छोडें और 4 से 5 बार दोहराएं.
इस प्रक्रिया को उल्टी तरह से करें.
गोमुख आसन के फायदे
मां बनने वाली महिलाओं के लिए यह आसन बेहद लाभकारी है, इसके अलावा ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए भी यह आसन बहुत अच्छा होता है.
अस्थमा से परेशान महिलाओं के लिए भी यह लाभकारी है. अर्थराइटिस में भी यह काफी मददगार है.
यह आसन कूल्हों और कमर में दर्द को कम करता है. इससे रीढ की हड्डी सीधी रहती है. बॉडी पॉश्चर सुधरता है.
बांहों और कंधों को मजबूत बनाने के लिए यह आसन उपयोगी है.
साथ ही जिन महिलाओं को हाई या लो बीपी की शिकायत होती है, उनके लिए भी लाभकारी होता है.
यह महिलाओं की समस्याओं को दूर करने का बहुत ही असरदार होता हैं.
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