मुंबई: हाल के समय में देश की कई कंपनियों में आर्थिक घोटाले के मामले सामने आए हैं। ताजा मामला मशहूर ट्रैवल कंपनी Cox and Kings से सम्बंधित है। फोरंसिक ऑडिट में खुलासा हुआ है कि कंपनी में बीते 4 वर्षों में (2015-2019) के बीच लगभग 21,000 करोड़ रुपए के फंड का गलत इस्तेमाल किया गया, मतलब कि कंपनी से पैसे निकालकर, उन्हें अपनी मर्जी से अन्य कामों में लगाया गया।
इसके साथ ही कंपनी के रिकॉर्ड गलत पाए गए हैं, 1100 करोड़ रुपए का ऋण एक भाई द्वारा दूसरे भाई को दिया गया, जो कि बुनियादी नियमों के विरुद्ध है। इतना ही नहीं कंपनी ने 9000 करोड़ रुपए की बिक्री उन 160 ग्राहकों को की, जो या तो फर्जी हैं या फिर मौजूद ही नहीं हैं। ऑडिट में Cox and Kings कंपनी में इसी प्रकार के कई और घपले भी सामने आए हैं। द इंडियन एक्सप्रेस ने इस फोरेंसिक ऑडिट की रिपोर्ट एक्सेस की है।
Cox and Kings कंपनी ने यस बैंक से ऋण लिया था, जिसका ऑडिट फरवरी 2020 में रेटिंग एजेंसी प्राइस वाटर हाउस कूपर्स ने भी किया था। इस ऑडिट की रिपोर्ट की जानकारी भी द इंडियन एक्सप्रेस के पास है, आशंका है कि ऋण लेने में भी हेराफेरी की गई है। आपको बता दें कि Cox and Kings कंपनी के प्रमोटर अजय अजीत केरकर और उनका परिवार जब अपनी देनदारियां चुकाने में असमर्थ हो गए तो वह अक्टूबर 2019 में दिवालिया कोर्ट में गए थे। कंपनी में केरकर परिवार के शेयर 12.20 फीसदी हैं और बाकी शेयर जनता के पास हैं।
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