नई दिल्ली: भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन. वी. रमना ने कॉलेजियम द्वारा शीर्ष अदालत में पदोन्नति के लिए सिफारिश किए जाने के बाद रिकॉर्ड छह दिनों में नौ न्यायाधीशों के नामों को मंजूरी देने के लिए बीते शनिवार को केंद्र को शुक्रिया कहा है। इसी के साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि उन्हें उम्मीद है कि विभिन्न उच्च न्यायालयों में नियुक्ति के लिए न्यायाधीशों के नामों को भी उसी गति से मंजूरी दी जाएगी। जी दरअसल हाल ही में रमना ने कहा, 'आप सभी ने मुझे नियुक्तियों का श्रेय दिया। लेकिन यह मेरा श्रेय नहीं है। मैं (सचिन) तेंदुलकर नहीं हूं, पूरी टीम को एक साथ काम करना होगा, तभी हम मैच जीतेंगे।'
आपको बता दें कि सीजेआई बार काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में बोल रहे थे। जी दरअसल तीन महिला न्यायाधीशों की नियुक्ति के कुछ दिनों बाद कानून मंत्री किरण रिजिजू शीर्ष अदालत के कई न्यायाधीशों ने भाग लिया। वहीँ इसमें एक भावी महिला प्रधान न्यायाधीश शीर्ष अदालत में छह अन्य न्यायाधीश शामिल थे। ऐसे में शीर्ष अदालत में नियुक्ति के लिए नामों को मंजूरी देने के लिए कानून मंत्री का जिक्र करते हुए, रमना ने कहा, 'उन्होंने सभी नौ नामों को एक जेट गति से मंजूरी दे दी। मुझे लगता है कि रिकॉर्ड छह दिनों के समय में बिना किसी बड़बड़ाहट या किसी अन्य चीज के तेज गति से नामों को मंजूरी दी गई।'
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा, 'मुझे नामों को मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री, कानून मंत्री भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहिए। मुझे उच्च न्यायालयों में नियुक्तियों के लिए समान गति की उम्मीद है। अगले एक महीने में, हम उम्मीद करते हैं कि देश में 90 प्रतिशत रिक्तियां (उच्च न्यायालयों में) भरी जाएंगी।'
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