नई दिल्ली। क्रिकेटप्रेमियों के लिए एक मायूसीभरी जानकारी सामने आई है कि जिस क्रिकेट खेल के वे विश्व कप और अन्य टूर्नामेंट देखकर आनंद लेते हैं वह ओलिंपिक में शामिल नहीं हो पाएगा। जी हां, आईसीसी तो इसके समर्थन में है लेकिन बीसीसीआई इस बात का समर्थन नहीं कर रही है। गौरतलब हे कि बीसीसीआई दुनिया के क्रिकेट बोर्ड में सर्वाधिक धनी क्रिकेट संगठन माना जाता है। इस खेल को ओलिंपिक में शामिल करने को लेकर आईओसी ने तक स्वीकृति दे दी है।
वह चाहता है कि क्रिकेट का टी 20 फाॅर्मेट ओलिंपिक में शामिल हो। मगर बीसीसीआई इस पर अपनी रजामंदी नहीं देना चाहती। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति ने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी से क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने संबंधित रिपोर्ट मांगी है। आईसीसी को क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल करवाने के लिए सितंबर तक का समय मिला है। यदि क्रिकेट को ओलिंपिक में शामिल कर लिया जाता है तो फिर वर्ष 2024 को ओलिंपिक में क्रिकेट के मैच भी हो सकेंगे।
हालांकि बीसीसीआई ओलिंपिक में क्रिकेट की भागीदारी नहीं चाहता इसके पीछे उसके अपने हित हैं। उसे लगता है कि यदि क्रिकेट ओलिंपिक का भाग बन गया तो उसके हित प्रभावित हो सकते हैं। बीसीसीआई को लेकर यह जानकारी सामने आई है कि वह अपने राजस्व को आईओए से बाॅंटना नहीं चाहता है।
हालांकि आईसीसी चाहता है कि बीसीसीआई इस बात को मान ले और क्रिकेट ओलिंपिक में शामिल हो जाए। जानकारी सामने आई है कि आईओसी ने ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए आईसीसी से बड़ी टीमों और उसके खिलाड़ियों के खेलने का आश्वासन मांगा है। हालांकि आईओसी ने स्पष्ट कहा है कि वह बड़ी टीमों की रजामंदी के बाद ही इस मामले में फैसला लेगा। तब तक वह आईसीसी के प्रस्ताव पर ध्यान नहीं दे सकता है। गौरतलब है कि ओलिंपिक में क्रिकेट का आयोजन 1990 पेरिस ओलंपिक में किया गया था।
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