लखनऊः यूपी में ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। जहां दो लोगों ने नौकरी के नाम पर करीब 3500 लोगों से करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया। दोनों लखनऊ के महानगर के बादशाहनगर में रहते हैं। दोनों आरोपी ठाकुरगंज निवासी पंकज यादव और मड़ियांव के राजकुमार उर्फ राजू पासवान को एसटीएफ ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया। दोंनो मेट्रो सिटी सिक्योरिटी सर्विसेज नाम से कंपनी खोलकर लोगों को चुना लगा रहे थे। पिछले दिनों ठगी के शिकार 20-25 युवाओं की शिकायत पर एसटीएफ ने यह कार्रवाई की।
ठगों के पास से लैपटॉप, प्रिंटर, मेट्रो सिटी सिक्योरिटी सर्विसेज के 55 पहचान पत्र, बेरोजगारों के नाम व मोबाइल नंबर लिखे 10 रजिस्टर, 2200 युवाओं के बायोडाटा समेत कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ठगों के खिलाफ महानगर कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है। एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि मेट्रो सिटी सिक्योरिटी सर्विसेज कंपनी का दफ्तर बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के पास स्थित यश सिल्वर हाइट्स के फ्लैट नंबर 203 में चल रहा था। कंपनी संचालक पंकज मूलरूप से अंबेडकरनगर के जलालपुर का रहने वाला है और राजधानी के ठाकुरगंज के मुफ्तीगंज में रह रहा था।
राजकुमार उर्फ राजू पासवान कुशीनगर के हनुमानगंज दरगौली का रहने वाला है है और यहां मड़ियांव के भिठौली चौराहा रायपुर में रह रहा था। दोनों ठगों ने मेट्रो सिटी सिक्योरिटी डॉट इन नाम से वेबसाइट बनाई थी। इस वेबसाइट से दोनों बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देते थे। युवक वेबसाइट के जरिए ठगों से संपर्क करते तो उन्हें विभिन्न कंपनियों में सिक्योरिटी गार्ड, बाउंसर, सुपरवाइजर, टेलीकॉलर और मानव संसाधन जैसे पदों पर नौकरी का ऑफर दिया जाता। युवाओं से रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 400 रुपये और सिक्योरिटी मनी के रूप में पदों के अनुसार 2000 से 3000 रुपये जमा कराए जाते थे। दोनों भागने के पिराक में थे लेकिन इससे पहले पुलिस के हत्ठे चढ़ गये।
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