नई दिल्ली : हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है. इन चुनावों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, कुछ दिनों में यह साफ़ हो जाएगा कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी. उल्लेखनीय है कि हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. हरियाणा इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉमर्स (ADR) ने राज्य के 90 नव निर्वाचित विधायकों के शपथ पत्र का विश्लेषण किया है, जिसके माध्यम से उनकी वित्तीय, आपराधिक एवं शिक्षा संबंधित जानकारी सामने आई है.
शपथपत्र का विश्लेषण करने पर यह बात सामने आ रही है कि हरियाणा के कुल 90 विधायकों में से 12 ने आपराधिक रिकॉर्ड होने की बात स्वीकार की है. यानी आंकड़ों के मुताबिक कुल 13 फीसद विधायकों का आपराधिक रिकॉर्ड है. यदि 2014 से तुलना करें, तो उस समय दस प्रतिशत विधायक आपराधिक रिकॉर्ड वाले थे. यानी 90 में से नौ MLA आपराधिक पृष्ठभूमि वाले थे.
हरियाणा के कुल 90 में से सात विधायकों ने अपने ऊपर संगीन आपराधिक रिकॉर्ड होने की बात स्वीकार की है, यानी कुल आठ फीसद विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि 2014 में यह आंकड़ा छह फीसद का था यानी की पांच विधायकों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड होने की बात स्वीकारी थी.
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