लखनऊ: यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने खोड़ा कॉलोनी में रहने वाले संजय यादव और शाहदरा दिल्ली के रहने वाले हर्षित शर्मा नाम के दो आरोपियों को हिरासत में लिया है. ये दोनों अपराधी ATM में फ्रॉड करके लाखों की ठगी किया करते थे. पुलिस ने इनके पास से ATM की 45 चिप और दर्जनों एटीएम कार्ड भी जब्त किए है. बीते कई माह से स्पेशल टास्क फोर्स को दिल्ली-NCR में बैंकों से ठगी करने वाले ऑर्गनाइज गैंग की सूचना मिल रही थी. टास्क फोर्स के SP कुलदीप नारायण और सब इंस्पेक्टर DK त्यागी की टीम ATM कार्ड के अपराधियों की तलाश में जुटी हुई थी. 21 मई को STF की टीम को खबर मिली थी कि ATM फ्रॉड का बड़ा सरगना, पैसों के लेनदेन के लिए खोड़ा कॉलोनी में आने वाला है. STF की टीम ने खोड़ा पहुंचकर घेराबन्दी कर गाजियाबाद पुलिस के सहयोग से दोनों अपराधियों को हिरासत में ले लिया है.
गिरफ्तार अभियुक्त संजय यादव से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने कहा कि वह 12वीं पास है. अभियुक्त संजय यादव लगभग 3 वर्ष से ब्लूडार्ट कम्पनी में कुरियर डिलीवरी करने के लिए कार्य कर रहा था. कुरियर डिलीवरी करते वक़्त वह 3-4 बार अपराधी कुलदीप के खोड़ा कॉलोनी, गाजियाबाद स्थित घर पर भी गया था. दोनों के मध्य गहरी दोस्ती हो गई. फिर कुलदीप ने ही संजय यादव को ATM कार्ड के फ्रॉड के बारे में जानकारी दी.
शुरुआत में कुलदीप, संजय यादव को प्रति कार्ड 5000 रुपये देता था और बाद में इस धोखाधड़ी से मिली धनराशि का आधा भाग उसे देने लगा. इन पैसों के बदले संजय यादव, कुलदीप को ATM कार्ड डिलीवरी करने से पूर्व कुछ घंटों के लिए दे देता था. साथ ही ग्राहक के एकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर, जो कि कुरियर में पते के साथ लिखा होता था, वो भी नोट कर दिया करता था.
ऐसे ठगी की वारदात को अंजाम देते थे शातिर: आरोपी रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर से कॉल स्पूफिंग ऐप का उपयोग करके बैंक के ऑटोमेटिक कॉल रेस्पॉन्स सिस्टम से कार्ड होल्डर के बैंक अकाउंट का बैलेंस का पता कर लेते थे. इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की OTP जनरेट नहीं होता है. इसलिए इस गतिविधि का पता वास्तविक ग्राहक को नहीं चल पाता है. जिसके अतिरिक्त ग्राहक को एटीएम कार्ड डिलीवरी करते वक़्त ग्राहक से संजय यादव जानबूझकर ग्राहक के आधार कार्ड की डिटेल मांग लेता था.
कुलदीप के साथ मिलकर संजय यादव ओरिजनल ATM कार्ड से चिप बदल लेता था. इस ATM कार्ड के लिए जरूरी पिन कोड पाने करने के लिए बैंक के इट्रेक्टिव वॉयर रेस्पांस सिस्टम में कॉल स्पूफिंग ऐप का प्रयोग करके, ATM कार्ड का नम्बर, एक्सपायरी डेट, आधार नम्बर जन्म तिथि बताते हुए ATM कार्ड का पिन कोड भी प्राप्त कर लेता था. पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है. आरोपियों से पूछताछ जारी है.
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