भोपाल: मध्यप्रदेश समेत देश के विभिन्न हिस्सों में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, और अब ये ठगी की घटनाएं पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम पर भी होने लगी हैं। साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे अब फर्जी आईडी और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके आम नागरिकों से पैसे उगाही करने में जुटे हुए हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला मध्यप्रदेश से सामने आया, जिसमें साइबर ठगों ने पुलिस कमिश्नर की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर कई लोगों को अपना शिकार बना लिया।
इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा उनसे पूछताछ के चलते कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं। इसके साथ ही, पुलिस को दो बैंक खातों में 92 लाख रुपये के संदिग्ध लेन-देन की जानकारी भी मिली है। आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मिलकर 100 से अधिक ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया। इसके अतिरिक्त, दोनों ने एक लड़की की आवाज में पहले वॉयस रिकॉर्डिंग की और फिर ब्लैकमेलिंग के माध्यम से पैसों की मांग की। ठगी गई रकम 12 अलग-अलग खातों में भेजी जाती थी, जिनमें से 2 खातों का विवरण सामने आया है।
वही इन खातों में हाल ही में 92 लाख रुपये का लेन-देन हुआ। इनमें से एक खाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र का था, जिसमें अकेले 91 लाख रुपये का संदिग्ध लेन-देन हुआ। बताया गया कि दोनों अपराधियों ने यह खाता किराए पर लिया था। खाता किराए पर देने वाले व्यक्ति का पता लगाया जा रहा है, और बाकी 10 बैंक खातों की जानकारी अभी प्राप्त होना बाकी है। सोमवार को आरोपियों की दो दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के पश्चात् उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
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