बाबा महाकाल अपनी असीम महिमा के लिए विश्वभर में प्रख्यात है. बाबा महाकाल के दरबार से लाखों भक्तों का दिल से जुड़ाव है. कुछ मान्यताएं ऐसी है कि उज्जैन के कण-कण में भगवान शिव बसे हुए है. यहां के तो आराध्य बाबा महाकाल हैं, जो कि सबसे पहले पूजे जाते हैं. प्रतिदिन यहां पर भक्त आते हैं और बाबा महाकाल के दरबार में उनके दर्शन करते है और भेंट चढ़ाते है. आज नए साल के पर भी एक भक्त ने बाबा महाकाल को चमचमाती भेंट अर्पण कर दी है. खबरों की माने तो महाकाल मंदिर में आए दिन मनोकामना के पूरे हो जाने पर भेंट चढ़ाने वालों की भीड़ लगी हुई है. मनोकामना के पूरा हो जाने पर भगवान महाकाल को दान के रूप में भक्त कुछ न कुछ भेंट चढ़ाई है. इतना ही नहीं आज भी बाबा महाकाल के एक भक्त ने भगवान शिव को चांदी का मुकुट भी चढ़ावे में भेंट करते है.
नव वर्ष 2025 के पहले दिन ही श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्री महाकालेश्वर भगवान को महाराष्ट्र जलगाँव से आए विवेक पुण्डरीक जोशी द्वारा 01 नग रजत मुकुट, 01 चंद्रमा व 02 नग नागकुंडल भी चढ़ावे में दिए है. इन सभी चीजों का वजन लगभग 2454.200 ग्राम बताया जा रहा है. इसका मूल्य लगभग ढाई लाख रूपये है. रिपोर्ट्स की माने तो श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्राप्त कर दानदाता का भी भरपूर सम्मान किया है. जिसके पश्चात दानदाता को विधिवत रसीद भी दी गई. यह जानकारी मंदिर प्रबंध समिति की कोठार शाखा के हाथों दी गई थी.
कुछ ही वक़्त में मंदिर के पुरोहितों, अधिकारी, पुजारी, मंदिर प्रबंध समिति सदस्यों व कर्मचारियों के माध्यम से भी भक्तों को मंदिर में दान करने हेतु प्रोत्साहित करती है. इसी कड़ी में आज नववर्ष के पहले दिन बाबा महाकाल को चमचमाती की भेंट महाराष्ट्र के श्रद्धांलू के द्वारा अर्पित की गई है.