नई दिल्ली : एक और रुढ़िवादी सोच को तोड़ते हुए अर्द्ध सैनिक बल नक्सल प्रभावित इलाकों में महिला कमांडो की तैनाती करने जा रहा है। नक्सल विरोधी अभियान के तहत 560 से अधिक महिला कमांडो को तैनात किया जाएगा। पिछले सप्ताह ही राजस्थान के अजमेर में स्थित प्रशिक्षण केंद्र से 567 महिलाएं पास आउट हुई है।
सीआरपीएफ के महानिदेशक के दुर्गाप्रसाद ने बताया कि पूरे बैच को कंपनी फॉरमेशन शैली में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से तैनात किया जाएगा। कंपनी फॉरमेशन का मतलब एक बार में 100 कर्मियों को तैनात करना है। प्रसाद ने बताया कि इन महिलाओं को नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनाती के लिहाज से ही प्रशिक्षित किया गया है।
हमने उन्हें प्रारंभिक सालों में ही कठोर जिम्मेदारी देने की सोची है। शुरुआत में इन्हें एक कंपनी में तैनात किया जाएगा और फिर बाद में उनकी तैनाती और कार्य की उपयुक्तता बढ़ाई जाएगी। प्रसाद ने कहा कि सीआरपीएफ इस ओर भी काम कर रहा है कि यदि माओवादियों के बीच महिलाएं हो सकती है, तो फिर सुरक्षाबलों के बीच क्यों नहीं।
इससे पहले सीमा प्रहरी बल भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने भी ऐलान किया था कि वह अपनी महिला कर्मियों को भारत-चीन सीमा के समीप युद्ध भूमिका में तैनात करेगा।