गुंटूर: चक्रवात मिचौंग (Michaung) ने मंगलवार दोपहर आंध्र प्रदेश तट के पास अपनी भूस्खलन प्रक्रिया शुरू कर दी। भूस्खलन की पूरी प्रक्रिया तीन घंटे तक चलने की उम्मीद है। भीषण चक्रवाती तूफान मंगलवार दोपहर को आंध्र प्रदेश में बापटला के करीब नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच पहुंचा। मौसम प्रणाली के कारण पिछले कुछ घंटों में आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और तमिलनाडु में कई स्थानों पर भारी बारिश हुई।
चक्रवात मिचौंग के प्रभाव से निपटने के लिए आंध्र तट पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की कुल 29 टीमें तैनात की गई हैं। चेन्नई में चक्रवात मिचौंग के प्रभाव के कारण सोमवार को भारी बारिश हुई, जिससे सड़कें नदियों में बदल गईं और वाहन बह गए, जिससे अधिकारियों को शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की घोषणा करनी पड़ी। निजी कार्यालयों ने अपने कर्मचारियों को स्थिति में सुधार होने तक घर से काम करने के लिए कहा। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से पेड़, दीवारें और बिजली के खंभे गिर गए। तमिलनाडु की राजधानी में बारिश से संबंधित घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई।
बाढ़ का पानी सरकारी अस्पतालों में घुस गया, जिसके परिणामस्वरूप स्वास्थ्य सेवाएं अस्थायी रूप से बंद हो गईं, जबकि मेट्रो स्टेशनों पर जलभराव के मामले सामने आए। जलमग्न सड़क को पार करते हुए एक मगरमच्छ का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। लगातार बारिश के कारण बिजली गुल हो गई और इंटरनेट बाधित हो गया। चक्रवात ने परिवहन सेवाओं पर असर डाला, कई ट्रेनें और उड़ानें रद्द कर दी गईं। मंगलवार सुबह 9 बजे तक कोई उड़ान उपलब्ध नहीं होने के कारण चेन्नई हवाईअड्डे के रनवे पर पानी भर गया, जिससे यात्रियों को परेशानी और असुविधा हुई।