नई दिल्ली : बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने एक विवादास्पद बयान दिया है. तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने बुधवार को कहा कि भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए मोहम्मद अली जिन्ना महत्मा गांधी की पहली पसंद थे. दलाई लामा ने आगे कहा कि आज़ाद भारत का पहला प्रधानमंत्री बनने के लिए जवाहरलाल नेहरू थोड़े आत्म केंद्रित थे.
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बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने आगे कहा आज से पीछे के भारत की तरफ देखो उस समय महात्मा गांधीजी जिन्ना को प्रधान मंत्री पद देने के लिए बहुत इच्छुक थे, लेकिन पंडित नेहरू ने इस प्रस्ताव से इनकार दिया. अगर गांधी जी के प्रस्ताव को मान लिया जाता तो आज भारत का नक्शा कुछ और होता, आज भारत और पाकिस्तान एक होते. बता दें कि गोवा में एक सम्मेलन के दौरान 14 वें दलाई लामा ने एक छात्र के सवाल पर यह जवाब दिया.
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उन्होंने कहा 'मैं पंडित जवाहरलाल नेहरू को बहुत अच्छे से जानता था, वह बहुत ही बुद्धिमान, बहुत अनुभवी व्यक्ति थे, लेकिन कभी-कभी गलतियां भी होती है. यहाँ पर बोलते हुए आगे दलाई लामा ने चीन पर भी निशाना साधा और कहा, "60 साल बाद, तिब्बत के अंदर बहुत सारी पीड़ाएं हैं. चीनी कम्युनिस्ट, उनकी सेना को शक्ति बंदूक से आती है, हमारी ताकत सच से आती है. हम अपना दृढ़ संकल्प, मूल बात रखते हैं.
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