देश में जातिवाद के मामले खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे है. लगातार दलितों के साथ भेदभाव के मामले सुनने में आ ही जाते है, ऐसा ही मामला फिर से बुंदेलखंड से सुनने में आ रहा है. मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के सरकनपुर में एक दलित महिला के सार्वजानिक कुँए से पानी भरने के बाद उसकी पिटाई कर दी गई. वहीं इतना ही नहीं पिटाई के करने के बाद गाँव में पंचायत बैठी जिसके बाद तुगलकी फरमान जारी कर उनका हुक्का पानी बंद कर दिया गया.
सरकनपुर गांव में दलित मुन्ना लाल वंशकार का परिवार रहता है. मुन्ना लाल के मुताबिक, उसके गांव में पानी का संकट है, लिहाजा उसके परिवार की महिलाएं उस कुएं पर पानी भरने चली गईं, जहां से अन्य वर्ग की महिलाएं पानी भरती हैं. मुन्ना लाल ने आगे बताया कि दलित महिलाओं के पानी भरने पर गांव के लोग नाराज हो गए. पंचायत बुलाकर उनका हुक्का-पानी बंद करा दिया.
मुन्ना लाल ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा है कि गाँव में उनके लिए हुक्का पानी बंद कर दिया गया है. हमारे लिए गाँव का पानी भी बंद है, वहीं कोई अपनी दुकान से सामान नहीं देता है. चक्की वाला आटा भी नहीं पीसता है. मुन्ना लाल ने बताया कि रोजमर्रा का पूरा सामान अब हमें गाँव में कोई भी नहीं देता है, ऐसे में यहाँ रहना काफी मुश्किल हो रहा है. बता दें, गाँव की पंचायत के तुगलकी फरमान के कारण दलित परिवार के करीब 23 सदस्य है जो वापस गाँव जाने चाहते है लेकिन वो जा नहीं पा रहे है.
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