अजमेर. आजादी के 69 साल बीत जाने के बाद भी क्या हिंदुस्तान में आज भी दलित आजाद नहीं है. ऐसा ही कुछ नजारा राजस्थान में देखने को मिला जब दलित समाज की बारात को दबंगों ने गावं में चढ़ने नहीं दिया.
यह मामला राजस्थान के अजमेर का है, यहां के अंराई कस्बे के पास सरवर गांव में दलित समाज के युवक की बारात निकालने पर दबंग जातियों के साथ विवाद हो गया. सरवर निवासी प्रधान बैरवा का विवाह कार्यक्रम के अनुसार घोड़ी पर बारात निकालने लगे. आरोप है कि शादी कार्यक्रम शुरू होने के बाद से ही गांव के कुछ दबंगों द्वारा परिवार पर बारात नहीं निकालने का दबाव बनाया जा रहा था. गांव के कुछ दबंगों ने विवाद करते हुए घोड़ी पर बारात नहीं निकालने दी.
गांव के कुछ दबंगों की दंबगई के कारण पहले घोड़ी पर बारात नहीं निकालने दी गई. इस पर दलित समाज के लोगों में रोष व्याप्त हो गया. बैरवा समाज के लोगों ने रोष जताते हुए जिला कलेक्टर को शिकायत कर पुलिस सुरक्षा की गुहार लगाई. कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सरवर गांव रवाना किया.
कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आए. इसके बाद नसीराबाद और किशनगढ उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, पुलिस उपाधीक्षक सहित दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद दलित दुल्हे की निकासी शांतिपूर्वक निकाली जा सकी.
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