बीजेपी के दलित नेताओं का अपनी ही पार्टी के लिए विरोध के सुर अब तेज होते दिखाई दे रहे है. बीजेपी पर आरोप है कि वह दलित विरोधी है, पहले वादे करती है और फिर मुकर जाती है. 5 अप्रेल की एक खबर के अनुसार रॉबर्ट्सगंज लोकसभा सीट से दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी पर आरोप लगाए थे जिसके बाद अब एक और खबर के अनुसार इटावा से बीजेपी सांसद अशोक दोहरे ने प्रधानमंत्री को चिट्टी लिखकर अपना विरोध दर्ज किया है.
इटावा से बीजेपी के सांसद अशोक दोहरे ने पीएम को खत लिखकर कहा है बताया कि दो अप्रेल को भारत बंद के बाद पुलिस दलितों पर अत्याचार कर रही है, पुलिस के द्वारा कुछ निर्दोष दलितों को जबरन घर से निकालकर उन्हें पीटा जा रहा है, साथ ही उन्हें झूठे आरोपों में फंसा कर केस दर्ज किया गया है.
इससे पहले बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने योगी के नाम एक शिकायत लिखकर पीएम मोदी को दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि योगी के इशारों पर प्रशासन ने पहले उनके घर को जंगल वाले क्षेत्र में डाल दिया, बाद में जाँच में पाया गया कि घर जंगल क्षेत्र में नहीं आता. इस विषय में सांसद का आगे कहना है कि यह शिकायत लेकर वो सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी के पास पहुंचे थे लेकिन वहां से योगी ने उन्हें डांटकर भगा दिया. बीजेपी के समर्थित पार्टी के अन्य नेता भी योगी और बीजेपी सरकार पर इस तरह आरोप लगा चुके है.
बीजेपी में तेज हो रहे है विरोध के स्वर
सीएम योगी को मिलेगा 'दलित मित्र' अवार्ड