देहरादून: उत्तराखंड में धारचूला-लिपुलेख रोड पर लमारी के समीप भूस्खलन हो गया। इस के चलते बोल्डर गिरने से सेना की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं भूस्खलन की चपेट में आने से रोड़ पर काम कर रहे एक श्रमिक की मौत हो गई, जबकि सेना के दो सैनिक चोटिल हो गए। चोटिल व्यक्तियों को धारचूला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। लिपुलेख बॉर्डर से धारचूला की ओर सेना का वाहन आ रहा था तभी बोल्डर गिर गए। भूस्खलन के पश्चात् लिपुलेख सड़क पूरी तरह ब्लॉक हो गई है।
वही थिरांग के समीप सोमवार प्रातः तकरीबन पांच बजे बोल्डर एवं मलबा गिरने से गंगोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया। इस वजह से कांवड़िये एवं चारधाम जाने वाले वाहन फंस गए। भूस्खलन के बाद बीआरओ की टीम लगभग 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को आंशिक रूप से खोल पाई, तत्पश्चात, दो पहिया वाहन सवार कांवडियों को वहां से निकाला गया। इसके बाद दोपहर लगभग 3 बजे हाईवे पूरी तरह से चालू हो पाया।
पूर्णागिरि में टनकपुर जौलजीबी रोड पर 24 जुलाई को चरण मंदिर के समीप पहाड़ी से बोल्डर गिरे थे। भूस्खलन के समय योगेश पांडे निवासी टनकपुर एवं अपने दोस्त संजू तिवारी के साथ स्कूटी से वहां से निकल रहा था। पहाड़ से गिर रहे मलबे से स्वयं को बचाने की कोशिश में उनकी स्कूटी शारदा नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में योगेश की मौत हो गई गई जबकि संजू गंभीर तौर पर चोटिल हो गया है। मृतक युवक पूर्णागिरि मंदिर के पुजारी का पुत्र था।
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