गुरुवार को असम में जारी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ तृणमूल प्रमुख व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सड़क पर उतरकर अपना विरोध जताया. साथ ही इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं धर्म की खातिर, हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई के खातिर एनआरसी के विरोध में खड़ी हूं. आगे जाने पूरी रिपोर्ट
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जुलूस उत्तर कोलकाता के बीटी रोड पर चिडिय़ा मोड़ से श्यामबाजार फाइव प्वाइंट तक निकाला गया. जुलूस का नेतृत्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया, जिसमें पार्टी के हैवीवेट नेता, मंत्री व हजारों की संख्या में कार्यकर्ता तथा समर्थक शामिल हुए.ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप अपनी पुलिस का उपयोग करके असम की तरह बंगाल के लोगों का मुंह बंद नहीं कर पाएंगे. अचानक आप हमें धर्म सिखा रहे हैं जैसे कि हम ईद, दुर्गा पूजा, मुहर्रम और छठ पूजा नहीं मनाते हैं.
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पहले से ही इस दिन विरोध जुलूस निकालने का आह्वान तृणमूल की ओर से केंद्र की एकाधिक नीतियों के खिलाफ किया गया है. इससे पहले एनआरसी के खिलाफ तृणमूल की ओर से 7 व 8 सितंबर को जिलों में विरोध प्रदर्शन किया गया. ममता असम में एनआरसी से करीब 19 लाख लोगों को बाहर किए जाने को लेकर पहले ही कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर कर चुकी हैं.इस बीच बुधवार को राज्य लोकनिर्माण विभाग की ओर से जुलूस मार्ग पर बैरिकेंडिंग करने के लिए निविदा जारी की गई. यह निविदा प्रस्तावित जुलूस से चंद घंटे पहले आवंटित की गई. इसके तहत मुख्यमंत्री जिस रास्ते से होकर जुलूस में पैदल शामिल होंगी उसके दोनों किनारे गुरुवार सुबह तक बैरिकेडिंग का काम पूरा कर लिए जाने की बात कही गई है.
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