नई दिल्ली: विनेश फोगाट ओलंपिक के कुश्ती फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने क्यूबा की लोपेज़ गुज़मैन को हराकर पेरिस में अपना पदक सुनिश्चित किया। विनेश ने मुकाबले की शुरुआत में ही गुज़मैन के पैर को पकड़कर दबाव बनाना शुरू किया, मगर पहले 2 मिनट में अंक नहीं जुटा पाईं। इसके बाद, विनेश ने लगातार दबाव डालते हुए गुज़मैन पर हावी हो गईं।
विनेश के ताऊ और गुरु महावीर फोगाट ने इस जीत की सराहना करते हुए कहा कि बेटी विनेश ने बृजभूषण के मुंह पर तमाचा लगाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि जो हमारी बेटी ने किया है, वह बृजभूषण सिंह कभी नहीं कर सकते. उन्होंने विनेश का बहुत नुकसान किया है. मगर जनता विनेश के साथ है. उन्होंने कहा कि बेटी ने मेरे सपने पूरे किए. मेरा आशीर्वाद है कि विनेश को भगवान और भी आगे बढ़ाए. महावीर फोगाट ने सेमीफाइनल से पहले कहा था कि उन्हें पूरा भरोसा था कि विनेश गोल्ड जीतेंगी। उन्होंने बताया कि क्वार्टर फाइनल में विनेश ने जापान की एक खिलाड़ी को हराया था, जो अब तक किसी भी मुकाबले में नहीं हारी थी। महावीर ने विनेश को सलाह दी थी कि जापान की खिलाड़ी के खिलाफ डिफेंसिव खेलना है तथा फिर आक्रामक खेल दिखाना है, और विनेश ने वही किया।
वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा कि उन्हें पहले से भरोसा था कि विनेश गोल्ड लेकर आएगी। उन्होंने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन के चलते हुई टिप्पणियों का हवाला देते हुए कहा कि अब वह लोग कहां हैं? बजरंग ने कहा कि विनेश अब देश की बेटी कहलाएगी और सरकार को उसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि विनेश फाइनल भी जीतेंगी।
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