दावोस : शहर में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में दुनियाभर से राजनेता और बिजनेस लीडर्स पहुंच रहे हैं। एक तरफ ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर और पर्यावरणविद ने सभी नेताओं से जलवायु परिवर्तन पर तुरंत एक्शन प्लान बनाने की बात कही है। वहीं, इस बार दावोस में सम्मेलन में हिस्सा लेने विश्व के नेता 1500 रिकॉर्ड विमानों से पहुंच रहे हैं। एयर चार्टर सर्विस के अनुसार, पिछले साल की तुलना में इस बार दावोस सम्मेलन में प्राइवेट जेट की संख्या में 11% बढ़ी है।
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ऐसा होगा एयरक्राफ्ट सम्मलेन
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वीडन की 16 साल की एक्टीविस्ट ग्रेटा थॉनबर्ग भी दावोस पहुंचीं। उन्होंने कहा कि अमीर देशों के नेता भविष्य की पीढ़ियों और गरीब देशों से उनका ईंधन छीन रहे हैं। एसीएस में प्राइवेट जेट डायरेक्टर का कहना है कि नेताओं और बिजनेसमैनों बड़े एयरक्राफ्ट लाने का ट्रेंड बढ़ा है। इसकी एक वजह लंबी दूरी की यात्रा हो सकती है लेकिन यह भी संभव है कि कोई बिजनेसमैन अपने प्रतिद्वंद्वी से कमतर नहीं दिखना चाहता।
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यह देश हो सकते है शामिल
जानकारी के लिए बता दें पिछले साल सम्मेलन में 1300 एयरक्राफ्ट पहुंचे थे। 2013 के बाद से यह संख्या सबसे ज्यादा थी। बता दें एसीएस के अनुसार पिछले 5 सालों में जिन पांच देशों के सबसे ज्यादा विमान आए, उनमें जर्मनी, फ्रांस, यूके, अमेरिका, रूस और संयुक्त अरब अमीरात यानि यूएई प्रमुख हैं। ब्ल्यूईएफ की बैठक से पहले पिछले हफ्ते ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें साफतौर पर कहा गया कि दुनिया में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कोई खास प्रयास नहीं किए जा रहे।
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