नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को पुलिस का वह कृत्य नागवार गुजरा है, जिसमें उसने रेप पीड़िता का नाम उजागर कर दिया था। मालीवाल ने इस मामले में कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए दिल्ली पुलिस आयुक्त आलोक कुमार वर्मा को पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बुराड़ी में एक नाबालिग के साथ रेप की घटना हुई थी, लेकिन पुलिस ने पीड़िता का नाम सार्वजनिक रूप से उजागर कर दिया था।
आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में यह कहा है कि कानून यह हरगिज भी इजाजत नहीं देता है कि किसी रेप पीड़िता का नाम सार्वजनिक तौर से उजागर किया जाये। उन्होंने दोषी पुलिस वालों पर भी कार्रवाई करने की मांग अपने लिखे पत्र में पुलिस आयुक्त से की है। इसके साथ ही पीड़िता के परिजनों को सुरक्षा देने की भी मांग की है। स्वाति ने अपने पर दर्ज एफआईआर को भी झूठा करार देते हुए मामला वापस लेने का अनुरोध पत्र में किया है।
स्वाति ने कहा है कि पूरे मामले की जांच नये सिरे से कराने के लिए एसआईटी का गठन किया जाए। उन्होंने बताया कि एफआईआर में यह आरोप लगाया गया है कि पीड़िता का कैसे और किस तरह से बार-बार अपहरण कर रेप किया गया। रेप के आरोपियों ने पीड़िता को जहर देकर मार भी दिया था। स्वाति ने अब पूरे मामले की जांच एसआईटी के माध्यम से कराने की मांग पुलिस आयुक्त वर्मा से की है।
महिला आयोग अध्यक्ष का आरोप है कि पुलिस रेप पीड़िता का मामला सुलझाने की बजाय आयोग को धमकाने का कार्य कर उनके ही खिलाफ प्रकरण दर्ज करने का कार्य करती है। उन्होंने अपने पर दर्ज मामले को झूठा बताया और कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायें।