नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरूद्ध चल रहे केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली की मानहानि के दीवानी प्रकरण में अधिवक्ता राम जेठमलानी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम खींचने से संबंधित प्रश्न को अनुमति नहीं दी गई। इस मामले में सुनवाई कर रहीं संयुक्त रजिस्ट्रार दीपाली शर्मा ने रामजेठमलाी के सवालों को अनुमति नहीं दी। उन्होंने सवाल किया था जिसमें पूछा गया था कि आप कैबिनेट मंत्री हें ऐसे में आपके लिए सर्वश्रेष्ठ चरित्र गवाह प्रधानमंत्री हैं ऐसे में आप उनसे पूछताछ करना चाहते हैं क्या।
मगर रामजेठमलानी को इस बात की अनुमति नहीं दी गई। मंत्री की ओर से वकील ने सवाल किए कि आखिर क्या इन सवालों की कोई प्रासंगिकता है। न्यायालय ने इस बात को माना कि जो सवाल पूछे जाने हैं इनका मसले से संबंध नहीं है जिसके कारण ऐसे सवालों को अनुमति नहीं दी जा सकती है।
मंत्री के वकील राजीव नायर और संदीप सेठी द्वारा सवाल का विरोध करने के बाद संयुक्त रजिस्ट्रार ने कहा कि सवाल को अनुमति नहीं दी जाती क्योंकि याचिकाकर्ता व केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली के गवाहों की सूची रिकार्ड में है जेठमलानी जेटली से जिरह कर रहे थे जिनके पास मोदी कैबिनेट में वित्त और रक्षा मंत्रालय की जवाबदारी है।
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