काबुल: अफगानिस्तान के उत्तरी हिस्से में आतंकी संगठन तालिबान के नियंत्रण वाले इलाकों से हजारों की तादाद में लोग घरों को छोड़कर भाग रहे हैं. इनमें से कई लोगों ने तालिबानी लड़ाकों द्वारा की जाने वाली क्रूर कार्रवाइयों के बारे में बताया है. लोगों ने बताया कि तालिबान के नियंत्रण वाले इलाकों में सड़कों पर लाशें बिखरी हुई हैं. लड़कियों को अगवा किया जा रहा है और तालिबान लड़ाकों से उनका जबरन निकाह करवा दिया जा रहा है. युवा लोगों को तालिबान की तरफ से लड़ने को कहा जा रहा है. तालिबान के कब्जे वाले इलाकों से ज्यादातर लोग भागकर राजधानी काबुल पहुंचे हैं.
कुंदुज पर तालिबान के कब्जे के बाद छह बच्चों की मां और विधवा 36 साल के फरीबा ने बताया कि हमने जेल के पास में सड़क पर लाशों को पड़े हुए देखा है. उसके पास कुत्ते खड़े थे. कुंदुज से ही भागकर काबुल पहुंचने वाले 22 साल के मिरवाइज खान अमीरी ने कहा कि तीन दिन पहले तालिबान ने एक नाई को महज इसलिए मार डाला, क्योंकि उन्हें लगा कि वो सरकार के लिए काम करता है. मगर वो सिर्फ एक नाई था. अमीरी ने बताया कि वे उन लोगों को मार रहे हैं, जिन पर उन्हें संदेह है कि वो सरकार के लिए कार्य करते हैं. एक अन्य व्यक्ति अब्दुल मन्नान ने बताया कि तालिबान ने उनके बेटे का सिर काट डाला.
तालोकान शहर से भागकर काबुल आई 25 साल की विधवा मारवा ने कहा कि उसे डर था कि उसका निकाह तालिबान लड़ाकों से करा दिया जाएगा. उसने कहा कि मैंने सुना कि मेरी 16 साल की चचेरी बहन की शादी जबरन तालिबान लड़ाके से करा दी गई है. उसका पहले से ही किसी के साथ रिश्ता तय था. मारवा ने कहा कि जब एक परिवार में दो लड़कियों होती हैं, तो तालिबान एक लड़की को लेकर अपने लड़ाके से उसकी शादी करवा देता है. वहीं, यदि घर में दो लड़के होते हैं तो वे युद्ध में हिस्सा लेने के लिए एक को लेकर चले जाते हैं. एक अन्य विधवा ने बताया कि उसके बेटे का क़त्ल उसके घर के सामने ही कर दिया गया है.
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