विजयवाड़ा : कोरोना के बढ़ते मामले सभी को हैरान कर रहे हैं. मामलों में लगातार बढ़त देखने के लिए मिल रही है और दिन पर दिन मामलों में तेजी आ रही है. वैसे इन दिनों कोरोना के कारण मौते भी हो रही है और मौत के बाद कोई भी शव को जलाने के लिए आगे नहीं आ रहा है. इसी बीच एक ऐसा ही मामला सामने आया है जो सभी को हैरान कर गया है. जी दरअसल कृष्णा जिले के नारायणलंका में कोरोना वायरस के संक्रमण से मरीज की मौत हो गई. वहीं बताया जा रहा है कि यह गांव में पहला मरीज था, जिसकी कोरोना के संक्रमण से मौत हुई थी. ऐसे में उसके शव को जलाने के लिए कोई आगे नहीं आया.
जी दरअसल वेलुगु कार्यालय के पास करकट्टा के निकट रहने वाले 42 साल के युवक की कोरोना के संक्रमण से मौत हो गई. उसकी मौत के बाद परिवार का कोई भी सदस्य शव के पास नहीं आया. ऐसा बताया जा रहा है कि युवक की देर रात 2 बजे मौत हो गई थी. वह कपड़े दुकान के लिए अन्य क्षेत्रों से माल लाने का काम करता था. मिली जानकारी के तहत कपड़े की दुकान में काम करने वाले लोगों के संक्रमित होने की खबर है. आपको बता दें कि इस युवक ने तीन दिन पहले कोरोना टेस्ट करवा लिया था. वहीं उसके रिश्तेदार बताते है कि अभी तक उसके कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आई. कोरोना टेस्ट करवा लेने की जानकारी मिलते ही मकान मालिक ने कमरा खाली करवाया. उसके बाद वह करकट्टा में रहने लगा जहाँ उसकी माँ रहती है.
वहां वह पत्नी के साथ रह रहा था. इस मामले में विधायक ने मृतक परिवार के सदस्यों को समझाया कि 'वे कोरोना मरीज का अंतिम संस्कार कर दें, लेकिन कोई भी सदस्य सामने नहीं आया.' यह जानने के बाद विधायक ने विजयवाड़ा से विशेष कर्मचारियों को बुलाया और कर्मचारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से तलशिला रघुशेखर, कनिगंटि वेंकट नारायण, एसआई चल्ला कृष्णा ने विशेष पीपीई किट पहन कर कोरोना मरीज के शव को घर से बाहर लाया और वाहन में श्मशान ले जाकर अंतिम संस्कार किया.
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