नई दिल्ली: देश विदेश में लगातार बढ़ता जा रहा कोरोना वायरस का प्रकोप लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बनता जा रहा है. जंहा इस वायरस के कारण आज हर किसी का जीवन संकट में पड़ चुका है. वहीं इस वायरस के कहर के आगे न जाने ऐसे कितने मासूम परिवार है जिन्होंने अपनी जान खो दी है, तो वहीं इस वायरस के कारण बढ़ती महामारी और व्यवसाय जगत में भी इसका असर भारी मात्रा में देखने को मिल रहा है.
सिसोदिया बोले- लॉकडाउन न खोलते तो लोग बेरोजगारी और तनाव से मर जाते: दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मीडिया से विशेष बातचीत में करते हुए कहा है कि 'अगर लॉकडाउन खोलने का फैसला नहीं लिया जाता तो लोग आर्थिक बदहाली, बेरोजगारी और नौकरी छूटने के डर और तनाव के कारण अपने ही घरों में मरने लगते.' वहीं सिसोदिया ने कहा कि 'शायद ऐसी मौतों की संख्या कोरोना से मरने वालों की संख्या से भी ज्यादा होती. लोगों को ऐसी स्थिति में जाने से बचाने के लिए सरकार को लॉकडाउन खोलने का फैसला करना पड़ा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली को अपेक्षित सहयोग नहीं दिया जिससे दिल्ली सरकार की आर्थिक स्थिति भी काफी खराब हो गई है.'
महाराष्ट्र शौचालय में मिला कोरोना संक्रमित बुजुर्ग महिला का शव: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जलगांव सिविल अस्पताल के शौचालय में कोरोना से संक्रमित एक 82 वर्षीय महिला का शव मिला है. बुजुर्ग महिला दो जून से लापता थी. पुलिस ने बताया कि अस्पताल ने छह जून को महिला के लापता होने की शिकायत की थी. मामले की जांच की जा रही है.
पश्चिम बंगाल वित्तीय संकट झेल रहे दुकानदार: जंहा कोलकाता में लॉकडाउन में राहत के बाद मॉल खुल गए हैं. सैलून चलाने वाले सुब्रत रॉय का कहना है कि हम वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं. पीपीई किट, थर्मल गन और सैनिटाइजर जैसी चीजों पर खर्च बढ़ गया है. मार्केट में नकदी का प्रवाह नहीं है.
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