अमनौर. बिहार के अमनौर जिले में एक पिकअप चालक की अपहरण के बाद हत्या करने की खबर से हड़कंप मच गया है. आपको बता दे कि अपहरण के के बाद युवक का शव क्षत विक्षत हालत में कुंए से निकला गया. स्थानीय लोगो ने पुलिस को कुंए में शव कि सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने मोके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा. वही थानाध्यक्ष कृष्ण कुमार ने बताया कि शव का सिर और हाथ नहीं थे. लेकिन उसकी जेब में रखे कागजो से उसकी पहचान कि गयी.
गौरतलब है कि मृतक ठिकहां मरीचा गांव निवासी करमुल्लाह का पुत्र फिरोज आलम था. पिछले 29 जून 2017 फिरोज आलम का अपहरण गड़खा बाजार से घर जाने के लिए पिकअप वैन से निकला था जिसके बाद वो घर नहीं पंहुचा. वही इस संबंध में वाहन के मालिक गणेश शाह ने गड़खा थाने में 2 जुलाई को वाहन सहित चालक की अपहरण का प्राथमिकी दर्ज कराई थी. साथ ही मृतक कि पत्नी खुर्शीदा बेगम ने एसपी को भी आवेदन दिया था, जिसमें बताया था कि उनके पति वाहन मालिक के चचेरे भाई का गाड़ी चलाते थे. काम छोड़ने के बाद से ही मालिक और फ़िरोज़ में पैसोके हिसाब को लेकर विवाद हो गया था. जिसके कुछ दिन बाद फ़िरोज़ का अपहरण हो गया.
वही फ़िरोज़ का शव मिलने के बाद स्थानीय लोगो ने एनएच-102 पर चक्काजाम कर जोरदार प्रदर्शन किया. जिसमे लोगो ने सड़क पर टायर जला कर 2 घंटे तक प्रदर्शन किया. जहां मौके पर पुलिस ने पहुंचकर प्रर्दशन रुकवाया. लोगो का आरोप है. कि पुलिस की लापरवाही के चलते फ़िरोज़ कि मौत हो गयी.
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