01 जून 1929 को कलकत्ता में जन्मी नरगिस बॉलीवुड की एक बेहतरीन अदाकारा थी. बॉलीवुड में उनके असामान्य योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने अपनी एक्टिंग के दम पर कई सारे राष्ट्रिय पुरस्कार जीते थे. वह अपनी बेहतरीन अदाकारी और कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मान भी हासिल कर चुकी हैं. नरगिस को उनकी फिल्म 'श्री 420' और 'मदर इंडिया' के लिए याद किया जाता है क्योंकि यह फिल्में उनकी बेहद ही सफल फिल्मों में से एक थी. नरगिस की फिल्म 'मदर इंडिया' ऑस्कर के लिए भी नामांकित हो चुकी है.
महज पांच वर्ष की उम्र में नरगिस ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. साल 1935 में जद्दनबाई ने उनकी फिल्म 'तलाश-ए-हक़' में नरगिस को पहली बार काम दिया, जहां से उनका नाम बेबी नरगिस पड़ा. 14 वर्ष की उम्र में बतौर हीरोइन उनका पहला ऑडिशन हुआ. यह ऑडिशन निर्देशक मेहबूब खान की फिल्म 'तकदीर' के लिए था. नरगिस सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों की श्रेणियों में प्रथम अभिनेत्री थी.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई बांद्रा में नरगिस के नाम पर एक सड़क भी है. इतना ही नहीं राष्ट्रिय एकता पर बनी बेहतरीन फिल्मों को नरगिस दत्त अवॉर्ड से भी नवाज़ा जाता है. नरगिस ने बॉलीवुड के अभिनेता सुनील दत्त से शादी की थी, जिससे उन्हें तीन बच्चे थे संजय, प्रिया और नम्रता. संजय बॉलीवुड के एक महान कलाकार हैं, जिनपर बनी एक बायोपिक जल्द ही रिलीज़ होने वाली है. 03 मई 1981 को नरगिस ने ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल, मुंबई में आखिरी साँस ली थी.
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