नई दिल्ली। एक व्यक्ति अपने छोटे भाई की मृत्यु होने के बाद बड़े भाई के शव के साथ करीब 9 दिनों तक रहा। उसे उम्मीद थी कि उसका भाई फिर जिंदा हो जाएगा। मगर बुजुर्ग भाईयों में से छोटे भाई की मौत भी हो गई थी। मृतक की पहचान प्रह्लाद के तौर पर हुई है। उसकी मौत 24 जून को हो गई थी। दरअसल 23 जून को तबीयत खराब होने पर उसने दवाई ले ली। मगर इसके बाद वह अगले दिन नहीं उठा। जब राजेंद्र के भाई प्रह्लाद ने उसे उठाया तो तो वह फिर नहीं जाग सका।
मगर प्रहलाद अपने भाई के शव को करीब 9 दिनों तक घर पर रखकर उसके उठने का इंतजार करता रहा। मिली जानकारी के अनुसार मृतक राजेंद्र का भाई प्रह्लाद भटनागर मानसिक तौर पर बीमार है। मिली जानकारी के अनुसार राजेंद्र अपने भाई प्रह्लाद के साथ करावल नगर स्थित घर में निवास करता था।
राजेंद्र निजी कंपनी से सेवानिवृत्त थे। वे एक स्कूल में संस्कृत पढ़ाया करते थे और इसी से दोनों भाई अपना गुजारा चलाते थे। प्रहलाद जब स्कूल खुलने पर 27 जून को स्कूल नहीं पहुंचे तो 28 जून को स्कूल का चपरासी उनके घर पहुंचा। मगर वे घर पर नहीं मिले। ऐसे में स्कूल के शिक्षक नन्द कुमार व उत्तम कुमार घर पहुंचे।
इन लोगों ने घर में से दुर्गंध आने पर पुलिस को सूचना दी। जब जांच की गई तो मौके पर प्रहलाद का शव मिला। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के लिए जब्त कर लिया। इसके बाद शव परिजन को सौंप दिया गया। जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पाखंडी साधु ने तबाह कर दी मासूम की जिंदगी, कई बार की उसके साथ हैवानियत
गैंगरेप पीड़िता पर दुबारा हुआ एसिड अटैक, योगी ने दिलाया था सुरक्षा का भरोसा
बेटियों की पढ़ाई पर खर्च नहीं करना चाहता था पिता, पत्नि और बेटी को मारने के बाद की आत्महत्या