रांची: झारखण्ड में वज्रपात का कहर लगातार बना हुआ है, पिछले तीन दिनों में राज्य में बिजली गिरने से 28 लोगों की मौत हुई है. मंगलवार को आठ और लोगों की जान आसमानी बिजली गिरने से हो गई, जिसमे रांची में दो भाइयों समेत तीन की मौत हुई है. लोहरदगा में एक दादी और पोती भी इसकी चपेट में आकर काल के गाल में समा गए. जबकि एक मौत सिमडेगा जिले में हुई है.
उधर, पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड में सोमवार की देर रात आई तेज आंधी-बारिश के कारण कानीझाड़ा गांव में घर गिरने से दंपत्ति दब गए, इससे मकान मालिक वासेद शेख (65) की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि पत्नी मुर्शेदा बीबी (60) जख्मी हो गई. इससे पहले रविवार की दोपहर को झारखण्ड के विभिन्न इलाकों में आंधी-पानी के साथ हुए वज्रपात में 8 लोग मारे गए थे . उसमे महिला समेत तीन लोग व कई मवेशी वज्रपात की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गए. वज्रपात से सर्वाधिक 3 मौतें रामगढ जिले में हुई है, जबकि रांची के बेड़ो, कोडरमा, चतरा, लोहरदगा व बोकारो में एक-एक व्यक्ति की जान गई है.
रांची में मांडर प्रखंड के मुरकुनी गांव में 14 वर्षीय बच्ची सरवरी खातून और बेड़ो प्रखंड में जमरुदीन के पुत्र अख्तर अंसारी व सोनू अंसारी की बिजली गिरने से मौत हुई है. वहीं लोहरदगा जिले के कैरो थाना क्षेत्र के टाटी गांव में उर्मिला देवी (65 वर्ष) व आयुषी कुमारी (06 वर्ष) और सिमडेगा जिले के सदर प्रखंड के गरजा टंगराटोली में 15 वर्षीय किशोरी रंजीता करकेट्टा को बिजली ने अपना शिकार बनाया है.
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