कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कोलकाता के बेल्घारिया से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुन कर सभी हैरान हैं. दरअसल यहाँ शादी के दौरान शादी करवाने वाले पुजारी की मौत हो गई और सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि दुल्हन का परिवार तैयारियों में इतना व्यस्त हो गया कि पुजारी पर किसी का भी ध्यान नहीं गया. यह घटना 5 फ़रवरी की बतायी जा रही है और अपने पड़ोसी सुदन चौधरी की बेटी की शादी पूरे विधि-विधान से करवाने के लिए बेल्घारिया की जतिन दास कॉलोनी निवासी पुजारी प्रणब चक्रवर्ती (63) गए थे.
वही पुजारी प्रणब के परिजन ने आरोप लगाते हुए कहा है की अचानक उनकी तबियत शादी के दौरान ही खराब हो गयी थी लेकिन फिर भी उन पर शादी सम्पान कराने का दबाव बनाया गया और शादी के बाद उनकी हालत ज्यादा खराब हो गयी. वहीँ इस मामले में पुजारी प्रणब के बेटे तमल का कहना है - "मैं एक दूसरे शादी समारोह में गया था, घर वापस आने के बाद मैंने देखा कि पिताजी घर पर नहीं है. किसी ने मुझे कॉल करके पिता को ले जाने को कहा. मैं अपने एक दोस्त के साथ भागकर मैरिज हॉल गया, वहां लाइट बुझी हुई थी. वहां सिर्फ सुदन और उनके भाई की पत्नी मौजूद थी वहीं मेरे पिता सीढ़ियों पर गिरे हुए थे."
अपने पिता को लेकर तमल तत्काल ही सागर दत्ता अस्पताल पंहुचा उसके बाद उन्हें एक अन्य प्राइवेट अस्पताल ले गया. इसके बाद उनका उपचार किया गया लेकिन हालत में सुधार ना होता देख 7 फ़रवरी को प्रणब को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया. लेकिन 7 फ़रवरी की शाम प्रणब ने प्राण त्याग दिए. सुदन के भाई सिद्धार्थ भी एक डॉक्टर हैं ऐसे में स्थानीय लोगों का कहना है कि जब प्रणब कि हालत ख़राब थी तब उन्होंने उन पर ध्यान क्यों नहीं दिया और सही समय पर उनका इलाज क्यों नहीं किया गया.
तमल ने कहा कि - "यहां तक कि उन्होंने मुझे सही समय पर कॉल तक नहीं किया." रविवार को जब सुदन की बेटी गार्गी अष्टमंगला रिवाज के लिए अपने मायके आई तो स्थानीय लोगों ने उनकी कार के सामने गुस्सा जाहिर किया. इस पर गार्गी ने भीड़ ने कहा, "मेरे पिता ने अंकल को घर जाने के लिए कहा लेकिन वह नहीं गए." स्थानीय पुलिस ने सुदन के परिवार के खिलाफ लोगों के हस्ताक्षर लिए और एफआईआर दर्ज की.
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