दतिया। सड़क हादसे में इकलौते बेटे की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा बुधवार शाम करीब 6 से 7 बजे का है। घटना उनाव थाना अंतर्गत नरगढ़ भदेवरा गांव के समीप तेज रफ्तार हार्वेस्टर ने घर के इकलौते चिराग को हमेशा-हमेशा के लिए बुझा दिया। पोस्टमॉर्टम करा कर शव को पुलिस ने परिवार को सौंप दिया।
सहदेव पाल 11 साल का सातवीं का छात्र था बुधवार की शाम श्रीमद्भागवद कथा पड़ोसी गांव नरगढ़ में खाती बाबा मंदिर पर सुनने जा रहा था। रास्ते में नरगढ़ और भदेवरा गांव के समीप सामने से आ रहे हार्वेस्टर के चालक ने वाहन को लापहरवाही से चलते हुए रौंद दिया। सहदेव पाल की मौके पर मौत हो गई। चार बहनो का इकलौते भाई था सहदेव पाल।
इकलौते बेटे की मौत की खबर सुनकर पहले तो घर वालो को मजाक लगा लेकिन जब पोस्टमार्टम के बाद शव उसके गांव पहुंचा तो पुरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। पोहरा गांव के रहने वाले सहदेव की मौत से उसके पिता का रोते-रोते बुरा हाल हो गया। पिता से जब हादसे के बारे में बात की गई तो वह फूट-फूट कर रोने लगा। पिता को इस तरह रोते देख वहां आस-पास खड़े लोगों की आंखों से आंसू बहने लगे। बता दें, सहदेव चार बहनों के बीच इकलौता भाई था, वह सबसे छोटा था। वहां हर तरफ रोने और चिल्लाने की आवाज़ पत्थर दिल वालों को भी रुला रही थी।
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