आजकल लगातार शादियों का दौर चल रहा है. ऐसे में हाल ही में राजस्थान के पाली में मोहनदास वैष्णव का परिवार ही नहीं बल्कि समूचा डेंडा गांव 4 बहनों की शादी को लेकर जश्न में डूबा था लेकिन घर में विदाई के समय कुछ ऐसा हो गया कि जश्न मातम में बदल गया. इस मामले में बहनों काे विदा होते देखकर परिवार के इकलौतेल लड़के चिराग दिव्यांग राजूदास ने कुछ इस तरह अपने आंसू भाई कि उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई और उसके बाद जैसे ही गांव वाले ही उसे उपचार के लिए बांगड़ अस्पताल लेकर पहुंचे वहां उसकी मौत हो गई.
जी हाँ, इस मामले में बताया जा रहा है कि 5 बहनों के इकलौते भाई की मौत के बाद पूरे गांव में शोक की लहर है और सभी हैरान है. इस मामले में बताया जा रहा है कि डेंडा निवासी मोहनदास वैष्णव की 5 बेटियां व 1 पुत्र है और उसकी पत्नी की 5 माह पहले ही मौत हो चुकी है. वहीं एक पुत्री के नाबालिग होने के कारण 13 दिसंबर को 4 बेटियाें रेखा, पूनम, वर्षा तथा ज्योति की शादी थी और इसी बात के कारण पूरे परिवार में खुशी का माहौल था और सभी जश्न में डूबे थे.
वहीं उस दौरान रात में विदाई के वक्त इकलौता दिव्यांग भाई राजूदास चारों बहनों के गले मिल रहा था और ज्यादा भावुक होने से उसकी तबीयत खराब हो गई जिससे खुशियों का समा मातम में बदल गया और उसके बाद उसकी मौत से सभी बदहवास हो गये.
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