बंगाल में नहीं थम रही बच्चों की मौतें, 75 दिनों में 147 ने तोड़ा दम

बंगाल में नहीं थम रही बच्चों की मौतें, 75 दिनों में 147 ने तोड़ा दम
Share:

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में बुखार और सांस की तकलीफ एक के बाद एक बच्चे दम तोड़ रहे है. एडिनोवायरस का कहर बरप रहा है, हालांकि, प्रत्येक शिशु की मौत एडिनोवायरस की वजह से नहीं हो रही है. अस्पतालों में आंखों में आंसू और गोद में बच्चे को लेकर बिलखता रोता परिवार नज़र आ रहा है. यदि आप बीसी रॉय चिल्ड्रेन हॉस्पिटल या कलकत्ता मेडिकल कॉलेज अस्पताल के परिसर में कदम रखेंगे, तो आपको यह तस्वीर या दहशत की तस्वीर नज़र आएंगी.

ऐसे में बीसी रॉय अस्पताल से फिर बच्चे की मौत की खबर सामने आई है. रविवार रात से सोमवार सुबह के बीच कुल 4 बच्चों ने दम तोडा है. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, उत्तर 24 परगना के बनगांव निवासी मारिया मंडल की रविवार रात लगभग 8 बजे मौत हो गई. बच्चा पांच महीने का है. बुखार और सांस लेने में तकलीफ की वजह से बच्चे की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, कल रात लगभग 11 बजे एक और बच्चे की मौत हो गई. वह उत्तर 24 परगना के बदुरिया का निवासी है. इस बच्चे को बुखार-सांस लेने में भी समस्या थी. लगभग 1 बजे खबर आई कि अस्पताल में एक और बच्चे ने दम तोड़ दिया है. बाद में एक और बच्चे की मौत की सूचना मिली.

रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से अब तक (13 मार्च 2023) सूबे में सांस की समस्या से मरने वाले बच्चों की कुल तादाद 147 है. इनमें कोलकाता के बीसी रॉय चिल्ड्रन हॉस्पिटल में कुल 74 लोगों की जान गई है. कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में यह आंकड़ा 20 है. आरजी में मरने वालों की तादाद 25 है. चितरंजन सेवा सदन में 10 बच्चों की जान चली गई. बाल स्वास्थ्य संस्थान में 7 बच्चों ने दम तोड़ दिया. पीयरलेस अस्पताल में यह आंकड़ा 2 है. 

TMC नेता साकेत गोखले की गिरफ़्तारी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार से माँगा जवाब

भैरवगढ़ सेंट्रल जेल में करोड़ों का PF घोटाला, कर्मचारियों के अकाउंट से गायब हुए रुपए

'मोदी तानाशाह, लोकतंत्र को कुचल रही भाजपा..', राहुल के बचाव में खड़गे का वार

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -