नई दिल्ली: दिसंबर खत्म होने को है, और महीने केआखिरी हफ्ते में भी भारत के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है। राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब सहित देश के कई राज्यों में मौसम ने अचानक करवट ली है। इस अनियमित बारिश ने एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि मौसम चक्र किस हद तक बदल चुका है।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में शुक्रवार रात से ही बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे ठंड और बढ़ने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 5 दिनों तक कड़ाके की सर्दी का दौर जारी रहेगा। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हल्की बारिश के साथ ठंडी हवाओं ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। रुक-रुककर बारिश होने से ठंड और ज्यादा महसूस हो रही है। मध्य प्रदेश के रतलाम और आसपास के इलाकों में रातभर बारिश के बाद शनिवार सुबह ओलावृष्टि हुई। राज्य में अगले 24 घंटे तक बारिश का अलर्ट है।
हरियाणा के भिवानी, हिसार और फतेहाबाद जैसे जिलों में भी तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि दर्ज की गई। पंजाब और दिल्ली में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है, जिससे सर्दी और बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसकी वजह से उत्तर भारत के कई हिस्सों में बर्फबारी और बारिश हो रही है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है, जबकि लद्दाख में हल्की बर्फबारी देखी गई।
स्काइमेट वेदर की रिपोर्ट बताती है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रह सकती है। इसके अलावा, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र में भी मध्यम बारिश की संभावना है। दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भी हल्की बारिश हो सकती है।
दिसंबर का यह मौसम बारिश और बर्फबारी का आम समय नहीं है। इस बार के अनियमित मौसम ने यह साफ कर दिया है कि प्रकृति का संतुलन किस हद तक बिगड़ चुका है। जहां एक तरफ लोग इस ठंड और बारिश से परेशान हैं, वहीं यह स्थिति पर्यावरणीय असंतुलन का संकेत देती है। बारिश और बर्फबारी के साथ ठंड बढ़ने से जीवन प्रभावित हो रहा है। यह समय है कि हम अपने पर्यावरण के प्रति अधिक सचेत हों, ताकि मौसम के ऐसे अनियमित बदलावों को कम किया जा सके।