जम्मू: कोरोना के कारण बीते कई समय से राज्यों के मंदिर बंद है इस बीच बर्फानी बाबा के दर्शन के लिए इस वर्ष प्रसिद्ध अमरनाथ यात्रा होगी या नहीं इसे लेकर शीघ्र ही निर्णय सामने आ सकता है। दरअसल, कोरोना संकट के चलते बीते वर्ष यह यात्रा रद्द कर दी गई थी। हालांकि, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस बात के संकेत दिए हैं कि इस बार यह यात्रा आयोजित की जा सकती है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया है कि अमरनाथ यात्रा को लेकर शीघ्र ही निर्णय हो सकता है। सरकार शीघ्र ही वार्षिक अमरनाथ तीर्थयात्रा आयोजित करने को लेकर निर्णय करेगी मगर इसके लिए पहले यात्रियों की सुरक्षा को लेकर समीक्षा की जाएगी। सरकार की पहली प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाना है।
वही इससे पूर्व सिन्हा जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का मुआयना लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई बैठक में भी भाग ले चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की खबर दी गई थी। साथ-साथ नियंत्रण रेखा तथा पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के हालात भी बताए गए थे। हिमालय के ऊंचाई वाले भाग में स्थित बाबा अमरनाथ की गुफा में बर्फ से बनने वाले शिवलिंग के दर्शन करने के लिए होने वाली यात्रा इस बार आयोजित होने के और भी संकेत प्राप्त हुए हैं। इस यात्रा के लिए बालटाल से पवित्र गुफा तक घोड़ा, पालकी, पिट्ठू तथा तंबू आदि सेवाओं के लिए किराए भी प्रशासन ने निर्धारित कर दिए हैं।
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