हाल ही में जिओ द्वारा 63वे फिल्मफेयर अवार्ड्स के तहत बॉलीवुड के महान एक्टर इरफ़ान खान को उनकी मूवी 'हिंदी मीडियम' के लिए बेस्ट एक्टर के अवार्ड से नवाज़ा गया. इसी केटेगरी के लिए नॉमिनेट किये गए दीपक डोबरियाल को अवार्ड न मिलने के कारण, उनका गुस्सा फूटकर बाहर आया है.
गुस्साए दीपक ने कहा कि, "अगर मुझे कभी भी लगा कि मुझसे बेस्ट उस केटेगरी में किसी ने काम किया है, तो मैं खुद स्टेज पर जाकर बोलूंगा कि मैं नहीं वह डिजर्व करता है. बात यहां मुझे मिलने के बारे में नहीं है, बल्कि इस बात की है कि फेयर होना चाहिए, लेकिन जूरी बायस होती है." इसी तरह की घटना से रिलेटेड दीपक नेअपने साथ हुए एक और इंसिडेंट को शेयर किया और कहा कि, "जब ओंकारा के लिए मेरा नॉमिनेशन हुआ था, तो मुझे पांचो ज्यूरी ने अलग-अलग ले जाकर बोला था कि मैं तुम्हारे लिए लड़ रहा था, कोई तुम्हारे नाम पर मुहर लगाने को तैयार नहीं था. मुझे हंसी आई थी कि पांचों लड़ रहे थे तो एतराज किसको था."
अपने गुस्साए दिमाग को शांत करने के लिए दीपक ने बड़े ही सरल शब्दों में अपनी बात पर विराम लगाते हुए कहा कि, "अब अवॉर्ड सिर्फ औपचारिकता के लिए रह गए हैं और अब मैं अगले साल से इस तरह के समारोह में शामिल नहीं होऊंगा. क्योंकि मुझे पता है कि मेरी मेहनत और मेरे काम को दर्शक पसंद कर रहे हैं, तो बस अबसे मैं उन्ही के लिए काम करूंगा."
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