अगर आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) की मात्रा बढ़ गई है, तो यह धमनियों में प्लाक बनने का कारण बन सकता है, जो हार्ट डिसीज का खतरा बढ़ाता है। बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि का मुख्य कारण जंक फूड, रिफाइंड कार्ब्स, ऑयली फूड, और कम फिजिकल एक्टिविटी होता है। लेकिन इसके अलावा, विटामिन बी3 (नियासिन) की कमी भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है।
विटामिन बी3 और बैड कोलेस्ट्रॉल के बीच का संबंध:
गुड कोलेस्ट्रॉल के उत्पादन में सहायक: विटामिन बी3 शरीर में एंजाइम्स को लीवर तक पहुँचाने में मदद करता है, जिससे गुड कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) का उत्पादन होता है।
एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है: नियासिन एलडीएल (बैड कोलेस्ट्रॉल) और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में सहायक होता है, जिससे रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रण में रहती है।
धमनियों को सुरक्षा प्रदान करता है: विटामिन बी3 धमनियों को बैड कोलेस्ट्रॉल से बचाने में सहायक होता है और इससे धमनियों में जमा प्लाक की मात्रा कम होती है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा घटता है।
ट्राइग्लिसराइड्स को नियंत्रित करता है: विटामिन बी3 खून में ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को बढ़ने से रोकता है, जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है।
विटामिन बी3 की पूर्ति कैसे करें:
यदि आपके खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार के बावजूद कोलेस्ट्रॉल लेवल नियंत्रण में नहीं आ रहा, तो विटामिन बी3 सप्लीमेंट्स का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करके भी विटामिन बी3 की मात्रा बढ़ाई जा सकती है:
चिकन
टुना
टर्की
मशरूम्स
ब्राउन राइस
मूंगफली
इन खाद्य पदार्थों से विटामिन बी3 प्राप्त करके आप अपने बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं और अपनी हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
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