हरिद्वार: देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की मृत्यु के बाद दोनों का अंतिम संस्कार हो चुका है। अब दोनों की अस्थियां आज यानी शनिवार को हरिद्वार गंगा में विसर्जित होंगी। आप सभी को बता दें कि सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत अन्य सैन्य अधिकारियों का बीते 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना में आकस्मिक निधन हो गया था। वहीं आज यानी शनिवार को वीआईपी घाट पर सुबह दस बजे जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
हाल ही में मिली जानकारी के तहत इस बारे में हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी और महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी ने कहा, 'अखाड़े और संत समाज मिलकर जनरल बिपिन रावत की स्मृति में भव्य शहीद धाम बनाएंगे। जो उत्तराखंड का पांचवां धाम बनेगा। उत्तराखंड के चारों पवित्र धामों की यात्रा के साथ इस धाम के दर्शन के लिए भी यात्री आएंगे।' आगे श्रीमहंत ने कहा, 'इस दुख की घड़ी में पूरा संत समाज एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद दिवंगत शहीदों के परिजनों एवं राष्ट्र के साथ दृढता से खड़ा है। अमर शहीद जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड के अनमोल रत्न थे। जिन्होंने अपनी चमक से पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया।'
खबरों के मुताबिक बिपिन रावत और उनकी पत्नी की अस्थियां उनकी बेटियां कृतिका और तारिणी और परिवार के सदस्य हरिद्वार लेकर आएंगे। यहाँ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट भी पहुंच सकते हैं। दिल्ली से सुबह छह बजे सेना का विशेष विमान सीडीएस बिपिन रावत की अस्थियां लेकर जौलीग्रांट के लिए रवाना हुआ। वहीं जौलीग्रांट हवाई अड्डे से सड़क मार्ग से ससम्मान अस्थियां हरिद्वार लाई जाएंगी। कहा जा रहा है सुबह करीब 11 बजे वीआइपी घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनकी अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी जाएंगी।
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