दिल्ली में मिली प्रंचड हार को लेकर भाजपा में इन दिनों हार पर मंथन चल रहा है. चुनाव में जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं के साथ बात करने के बाद अब कार्यकर्ताओं के साथ मंथन होगा. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र स्तर पर वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे. इन बैठकों में प्रत्याशी को भी शामिल किया जाएगा. वहीं, कई प्रत्याशी हार के कारण व अपनी शिकायत प्रदेश नेतृत्व को भेजने का कार्य कर रहे है. इस बात से अनुमान लगाया जा सकता है, कि भाजपा हार से काफी चिंतित है.
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चुनाव में मिली हार को लेकर नेता एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. असली कारण जानने के लिए तीन दिनों तक प्रदेश कार्यालय में मंथन चला. विस्तारक, प्रभारी व संयोजक के साथ ही पार्षदों और चुनाव प्रबंधन समितियों के सदस्यों के साथ राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने बैठक की. अधिकांश लोगों ने गुटबाजी, प्रत्याशियों के चयन में देरी, घोषणा पत्र में देरी और कुछ नेताओं की नफरत वाले बयान को हार का कारण बताया है. सोशल मीडिया टीम के कार्यकर्ताओं के साथ भी चर्चा की गई है. उनसे सोशल मीडिया पर भाजपा के साथ ही दूसरी पार्टियों के चुनाव अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की गई.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 19 फरवरी से विधानसभा क्षेत्र के स्तर पर प्रत्याशियों के साथ बैठक होनी है, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने अपना संदेश बंद लिफाफे में भेजना शुरू कर दिया है. भाजपा नेताओं का कहना है कि जल्द ही वरिष्ठ नेता प्रत्याशियों के साथ बैठक करेंगे. इसके साथ ही 19 फरवरी से विधानसभा स्तर पर वहां के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जाएगी. ज्यादातर विधानसभाओं में 19 व 20 फरवरी को बैठक हो जाएगी. प्रत्येक बैठक में राष्ट्रीय स्तर का और प्रदेश का कोई नेता शामिल होगा.
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