ज्यादा तर लोग इसलिए यात्रा नही करते हैं, एक तो भीड़ की वजह से और दुसरा उन्हे लगता है कि बस सेफ नही हैं। भीड़ तो सत्य बात है लेकिन सुरक्षा के मामले में कार से ज्यादा सुरक्षित हैं बस। हाल ही में किए गए एक रिसर्च के दौरान इस बात का पता चला है अगर आप राजधानी दिल्ली में कार की बजाय बस में यात्रा करते हैं तो यह कहीं ज्यादा सुरक्षित है। क्योंकि दिल्ली की बसें अन्य वाहनों की अपेक्षा कम कार्बन कण का उत्सर्जन करती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पर्यावरण अनुसंधान के अध्ययन में राजधानी दिल्ली में लोगों के प्रदूषण के जोखिम का मूल्यांकन किया गया। इसमें बाहरी एक्सपोज़र के लिए, बसों, कारों और ऑटो रिक्शा में यात्रियों की जांच की गई। इस रिसर्च में बताया गया है कि इनहेलिंग कालिख का सबसे ज्यादा खतरा, फेफड़े और हृदय पर पड़ता है और यह सबसे ज्यादा आटो रिक्शा में पाया जाता है। आटोरिक्शा में यात्रा करना सबसे ज्यादा खतरनाक है। इसके अलावा दोपहिया वाहनों और ऑटोरोक्शाओं की तुलना में कारों में कणों में एक्सपोजर कम है, लेकिन खुली खिड़कियों के साथ कार चलाने से ऑटो के रूप में समान स्तर हो जाता हैं।
आपको बता दे कि "मौजूदा विश्लेषण से, बसों में काली कार्बन अन्य वाहनों के मुकाबले कम होती है, लेकिन दिल्ली और अन्य शहरों में इसकी पुष्टि करने के लिए अधिक शोध आवश्यक है। अध्ययन में यह भी पता चला है कि न केवल आउटडोर आपको प्रदूषण के लिए एक्सपोज करता है, लेकिन विशेष रूप से आपका रसोईघर पीएम 2.5 प्रदूषण के कारण बनता है। इस अध्ययन में इनडोर गतिविधियों जैसे पीई 2.5 प्रदूषण के लिए उच्च सफाई करने या खाना पकाने से भी
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