नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी बेहद कमज़ोर हो चुकी है. यहां कोरोना पूरी तरह नियंत्रण में आ चुका है. संक्रमण के सक्रीय मामले 350 से कम रह गए हैं. दूसरी लहर के दौरान यह तादाद एक लाख के आसपास पहुंच गई थी. विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में कोरोना दम तोड़ चुका है. हालांकि यहां संक्रमण के कुछ मामले आते रहेंगे. इसलिए लोगों को हमेशा सतर्क रहने की आवश्यकता है.
दिल्ली में जून के दूसरे हफ्ते से सक्रीय मामले कम होने लगे थे. दूसरी लहर के दौरान सक्रीय मामलों की जो तादाद लगभग एक लाख तक पहुंच गई थी. वह अब 337 रह गई है. मौत की संख्या में भी गिरावट आई है. जहां दूसरी लहर के दौरान रोज़ाना औसत 200 से अधिक लोग जान गंवा रहे थे. अब बीते 90 दिनों में यह आंकड़ा रोज़ाना औसत एक का रहा है. संक्रमण दर भी 0.10 फीसदी से नीचे बनी हुई है. कोरोना जांच की बात करें तो देश में आबादी के लिहाज से सबसे ज्यादा टेस्ट दिल्ली में ही हुए हैं. रोजाना 60 हजार से अधिक कोरोना जांच की जा रही है. अस्पतालों में 11 हजार से ज्यादा बेड खाली हैं. यह सभी आंकड़े बताते हैं कि अब दिल्ली में कोरोना दम तोड़ चुका है.
दिल्ली में निरंतर कम होते मामलों के बीच सक्रीय मामले भी 350 से कम रह गए हैं. पिछले लगभग एक महीने से सक्रीय मरीज 350 से 400 के बीच बने हुए हैं. दिल्ली में कोरोना के पूरी तरह खत्म होने के सवाल पर कोविड टास्क फोर्स की सदस्य डॉक्टर सुनीला गर्ग का कहना है कि दिल्ली में कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं होगा, कुछ मामले हमेशा आते रहेंगे.
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