नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा को हुए 4 महीने गुजर चुके हैं. इस मामले में पुलिस की तरफ से की जा रही कार्रवाई की तस्वीर भी सामने आ रही है. हिंसा से संबंधित मामलों में दिल्ली पुलिस ने 750 एफआईआर दर्ज की हैं. इनमें से कई मामलों की जांच दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा कर रही है. यदि आंकड़ों पर नज़र डालें तो हिंसा से संबंधित मामले में 120 चार्जशीट दिल्ली की अलग-अलग अदालत में दाखिल हो चुकी हैं. 630 मामलों की जांच दिल्ली पुलिस और अपराध शाखा अभी कर रही है. जांच में देरी का बड़ा कारण लॉकडाउन बताया जा रहा है.
हालांकि, अदालत में जो चार्जशीट दाखिल हो चुकी हैं, उन पर भी अदालत ने अर्जेंट मामलों के चलते अभी संज्ञान नहीं लिया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली हिंसा मामले में कुल 750 FIR दर्ज की गई हैं. इनमें से 690 एफआईआर की पड़ताल लोकल पुलिस यानी नार्थ ईस्ट जिले की पुलिस कर रही है, बाकी 60 मामलों में अपराध शाखा के अधिकारी तफ्तीश कर रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इनमें से जिन 690 मामलों पर लोकल पुलिस तफ्तीश कर रही है, उनमें से अधिकतर मामलों की जांच में देरी हो रही है.
हिंसा से संबंधित मामलों की जांच में देरी का कारण लॉकडाउन को बताया जा रहा है. लोकल पुलिस के 690 मामलों में से लगभग 600 मामलों में अभी चार्जशीट दाखिल होनी शेष है. जिन मामलों में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, उस पर अदालत ने अभी संज्ञान नहीं लिया है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान सिर्फ अर्जेंट मैटर पर ही सुनवाई हो रही है. वहीं, क्राइम ब्रांच ने अपने 60 मामलों में से लगभग 50 फीसदी मामलों में कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है.
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