नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में पिछले दिनों भड़की हिंसा को लेकर केजरीवाल सरकार ने पीड़ितों को दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर एक और घोषणा की है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि मुआवजा देने के लिए पीड़ितों का वेरिफिकेशन किया जाएगा. वेरिफिकेशन के लिए 7 IAS अधिकारी उत्तर पूर्वी दिल्ली के इलाकों में जाकर लोगों के साथ मुलाकात करेंगे.
हिंसा पीड़ितों को मुआवजा किस आधार पर दिया जाएगा, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस संबंध में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा है कि यदि हिंसा के दौरान किसी का घर पूरा जला है, तो उसको पांच लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे, जिनमें से 4 लाख घर के स्ट्रक्चर के लिए और एक लाख घर के सामान के लिए. वहीं, ये घर आधा जला है, तो ढाई लाख रुपये दिए जाएंगे. इसमें से दो लाख रुपये घर के स्ट्रक्चर के लिए और पचास हजार रुपये सामग्री की खरीद के लिए होंगे.
मनीष सिसोदिया ने कहा है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में जो हिंसा भड़की थी, उसमें स्कूलों को भी क्षति पहुंचे गई थी. लिहाजा स्कूलों को भी मुआवजा प्रदान किया जाएगा. मनीष सिसोदिया ने बताया कि जिन स्कूलों में 1,000 से अधिक बच्चे पढ़ते हैं, उन्हें 10 लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए जाएंगे. वहीं, जिन स्कूलों में 1,000 से कम बच्चे पढ़ते हैं, उनको 5 लाख रुपये मुआवजे में दिए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कमर्शियल प्रॉपर्टी और घर में लूट होने पर पुलिस प्राथमिकी के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा.
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