नई दिल्ली: कोरोना महामारी के संकट काल में 5 माह तक सड़कों से नदारत रहे वाहनों की वजह से दिल्ली में प्रदूषण (Pollution) का स्तर बेहद कम हो गया था, किन्तु लॉकडाउन खुलने के बाद एक बार फिर राजधानी पर जहरीली हवा का खतरा मंडरा रहा है। हवा की गति कम होने और तापमान कम होने की वजह से प्रदूषक तत्व हवा में जमा हो रहे हैं।
ऐसे हालातों में देश की राजधानी दिल्ली का मंगलवार सुबह का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'बहुत खराब' श्रेणी में चला गया था। इस संबंध में जानकारों का कहना है कि गाड़ियों का चलना एक अलग बात है, किन्तु दिल्ली के आसपास के राज्यों में जलाई जा रही पराली की वजह से राज्य में हालात और बिगड़ सकते हैं। वहीँ, बदलते मौसम के चलते भी प्रदूषण में इजाफा होने की आशंका जताई जा रही हैं।
इस संबंध में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कहा कि दिल्ली सरकार निरंतर पूरे साल काम कर रही है, ताकि दिल्ली का प्रदूषण का स्तर कम किया जा सके। किन्तु पराली का प्रदूषण केवल दिल्ली की नहीं पूरे उत्तर भारत की समस्या है। अफसोस की बात है कि इसे रोकने के लिए केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया, पूरे साल हाथ पर हाथ रखे बैठी रही।
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