नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की वोटिंग के बाद सामने आए एग्जिट पोल के नतीजों में AAP बाजी मार सकती है. हालांकि इसकी सही तस्वीर मंगलवार यानी 11 फरवरी 2020 को देखने को मिलेगी, जब वोटों की गिनती शुरू होगी. जंहा चुनाव में अपने विरोधियों को हराने के लिए अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने खास प्लान तैयार किया था. वहीं इसके लिए 'आप' के तीन 'वार रूम' बनाए गए. वहीं यहीं पर दिल्ली फतह करने की हर छोटी बड़ी रणनीति बनाई गई.
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पहला केंद्रीय वार रूम डीडीयू मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय में बनाया गया, जबकि दूसरा वार रूम पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के निवास पर काम करता रहा. इसके अलावा बतौर तीसरा वार रूम, जो सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्थित था. करीब तीन दर्जन कार्यकर्ता इन वार रूम्स में सुबह सात बजे से लेकर रात एक बजे तक जुटे रहते थे. एक वार रूम में पार्टी की चुनावी रणनीति तो दूसरे में आप नेताओं के कार्यक्रम तय होते किए जाते थे.
इन्हीं वार रूम्स में तैयार हुई दिल्ली चुनाव की हर रणनीति: वहीं चुनाव प्रचार की रणनीति हालांकि तीनों वार रूम्स में ही तैयार हुई है. केजरीवाल के आवास पर जो वार रूम बना था, उसमें करीब 11 कार्यकर्ता काम कर रहे थे. इनमें 4-5 कार्यकर्ता तो वही थे, जो अन्ना आंदोलन के समय से ही केजरीवाल के साथ काम करते रहे हैं. पार्टी के सभी कार्यक्रम डीडीयू मार्ग स्थित आप दफ्तर से जारी होते थे. अगर उनमें कोई बदलाव करना होता, तो उसके लिए केजरीवाल के आवास पर बने वार रूम की सहमति ली जाती थी.
चुनाव प्रचार से जुड़े कार्यक्रमों की रूपरेखा रात 11 बजे के बाद ही तय होती है. सुबह नौ बजे से 11 बजे तक चुनाव प्रचार की रिपोर्ट का विश्लेषण होता है. खुद केजरीवाल इस रिपोर्ट का आंकलन करते रहे हैं. इसके बाद जिस किसी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के कार्यक्रम जैसे जनसभा, रैली, पदयात्रा और रोड शो, की तैयार कौन करेगा, यह जिम्मेदारी बांट दी जाती है. पदाधिकारियों के मोबाइल फोन पर मैसेज चला जाता है.
Delhi Election 2020: आज होगा दिल्ली चुनाव का फैसला, परिणाम बताएगा कितना सफल रहा गठबंधन
Delhi Assembly Election Results के पहले इन 4 सीटों पर सबकी नज़र, कौन मारेगा बाज़ी
Delhi Assembly Election Results 2020: जीत का दावा लिए भिड़े बीजेपी और आप नेता