नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी पहली बार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. अब तक वह दिल्ली में शिरोमणि अकाली दल बादल के साथ मिलकर चुनाव लड़ती रही है. वहीं इस बार अकाली दल के बजाय बिहार के दो सहयोगी पार्टियों के साथ गठबंधन किया है. वहीं जदयू को बुराड़ी और संगम विहार की और लोजपा को प्रत्याशी सीमापुरी सीट मिली है.
पहली बार कांग्रेस ने किया गठबंधन: मिली जानकारी के अनुसार 15 वर्षों तक दिल्ली पर शासन करने वाली कांग्रेस भी पहली बार गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरी है. समझौते के तहत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को बुराड़ी, किराड़ी, पालम व उत्तम नगर सीट मिली है. जिन सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस की सहयोगी पार्टियों के उम्मीदवार मैदान में हैं, उन पर बिहार के मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं. जंहा इस समीकरण को ध्यान में रखकर जदयू, लोजपा व राजद के उम्मीदवार उतारे गए हैं. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी व कांग्रेस का सहयोगी दलों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का फैसला कितना सही रहा, यह भी चुनाव परिणाम से सामने आ जाएगा.
आपकी जानकारी के लिए नीतीश कुमार ने कहा था कि दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित केंद्र सरकार ने किया. जब गरीब राज्य बिहार में इतना काम हो सकता है तो दिल्ली में क्यों नहीं हो सकता है. पहले लोग कहते थे कि बिहार में जंगल राज है, लोगों के मन में भय था, लेकिन एनडीए की सरकार में बिहार को सुशासित राज्य के रूप में जाना जाता है. बिहार में न्याय के साथ विकास हुआ है. हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ा गया है. शिक्षा, स्वास्थ्य की समुचित व्यवस्था है.
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