खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन से पर्यटक माता-पिता की घोर लापरवाही की घटना सामने आई है। दिल्ली से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शनार्थ आया एक परिवार अपनी 2 वर्षीय बच्ची को होटल में छोड़कर चला गया। पुलिस ने 2 घंटे में परिवार को ढूंढ निकाला। माता-पिता ने कहा कि उनकी जुड़वां बेटियां हैं। उन्हें लगा कि एक उनकी गाड़ी एवं दूसरी दादा-दादी की कार में बैठी है।
ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर के दर्शन कर लौट रहे दिल्ली के भक्त अपनी 2 वर्षीय बेटी को बड़वाह में पंचवटी होटल में खाना खाने के पश्चात् भूलवश वहीं छोड़ गए। होटल स्टाफ ने तत्परता दिखाते हुए बेटी को पुलिस के सुपुर्द किया। इस बीच, बालिका के परिजन बड़वाह से लगभग 10 किलोमीटर दूर कुरावद तक निकल गए थे। SDOP अर्चना रावत, टीआई निर्मल श्रीवास एवं बड़वाह पुलिस की तत्परता से 2 साल की बच्ची को कुछ ही वक़्त में उसके माता पिता की तलाश कर जिम्मे किया। SDOP अर्चना रावत ने बताया, थाना बड़वाह पर पंचवटी होटल के कर्मचारी मोहन सिंह अपने साथी शंभूसिंह अन्य दो व्यक्तियों के साथ लगभग 2 वर्षीय बच्ची को थाने लेकर आये थे। साथ ही बताया कि पंचवटी होटल पर बालिका रो रही थी। इसके माता-पिता शायद गलती से छोड़कर चले गए हैं। तत्काल टीम का गठन कर खोजबीन अभियान आरम्भ किया।
SDOOP एवं टीआई की गठित टीम में 2 वर्ष की बालिका के माता पिता की तलाश के सीमावर्ती थानों को खबर देकर थाना बलवाडा, सनावद, बडवाह एवं सीमावर्ती थाना सिमरोल में तत्काल चेकिंग लगाई तथा सोशल मीडिया पर टैक्सी ड्रायवरों के वाट्सएप ग्रुप सहित अन्य ग्रुप्स पर उक्त बालिका के फोटो डाले। कुछ देर पश्चात् सोशल मीडिया के जरिए जानकारी प्राप्त हुई कि दो कार से पंचवटी होटल पर खाना खाने रुके लोगों की बच्ची है, जो इंदौर तरफ कुरावद तक पहुंच चुके है, जो वापस आ रहे हैं। माता-पिता को लगा उनकी जुड़वां बेटी दूसरी गाड़ी में बैठी है। बालिका-बालिका के माता पिता थाने पर उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि दो गाड़ी से परिवार के लोग ओंकारेश्वर दर्शन के लिए गये थे। जहां से दर्शन करने के पश्चात् महाकालेश्वर उज्जैन जा रहे हैं। दिल्ली से आए हैं तथा पंचवटी होटल पर खाना खाते वक़्त वापस गाड़ी में बैठ गए।
वही कुछ देर पश्चात् बच्ची के परिजन थाने पर आए, जिनसे पूछताछ की तो बच्ची का नाम रूही आबुआ बताया एवं बच्ची के पिता का नाम विकास आबुआ, माता सिमरन आबुआ निवासी 4/31-ए न्यू विश्वास नगर शहादरा दिल्ली का होना बताया। वे एक कंपनी के मालिक भी हैं। विकास के 3 बच्चे हैं जिसमें दो लड़कियां जुड़वां हैं। विकास को लगा कि एक बच्ची उसकी दादी समीता के पास दूसरी गाड़ी में होगी। इस कारण ध्यान नहीं दिया। इस तरह बड़वाह पुलिस की तत्परता एवं पंचवटी होटल के कर्मचारियों की तत्परता से 2 साल की बालिका को उसके माता-पिता मिल गए। पुलिस टीम में उप निरीक्षक मोहरसिंह बघेल, उप निरीक्षक रेणुका राठौर एवं महिला आरक्षक संगीता का खास योगदान रहा।
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