नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा हाल ही में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को पंजाब से रवाना हुए किसानों ने हरियाणा के रास्ते दिल्ली कूच किया. किन्तु, पुलिस द्वारा सीमा पर ही किसानों को रोक दिया गया. पुलिस के साथ किसानों की झड़प भी हुई, किन्तु किसान पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं. किसान अपने साथ ट्रकों में कई दिनों का राशन लेकर लाए हैं और लंबी जंग के लिए तैयार हैं. किसानों के पास राशन, दूध, सब्जी, कंबल, कपड़े, गैस, चूल्हा सहित काफी सामान है.
अंबाला-पटियाला सीमा पर हजारों की तादाद में किसान दिल्ली कूच के लिए निकले, किन्तु पुलिस ने उन्हें रोक दिया. पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें छोड़ीं. इस दौरान किसान ट्रक, ट्रैक्टर पर तैनात रहे. किसानों के प्रदर्शन पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि किसानों को तीन दिसंबर को पुनः बात करने के लिए बुलाया गया है. बता दें कि केंद्र की तरफ से पहले भी किसानों के साथ बातचीत का प्रयास किया गया था, लेकिन कोई हल नहीं निकला.
इन्हीं ट्रकों और ट्रैक्टरों में किसान अपना राशन, रहने की सामग्री लाए हैं ताकि यदि प्रदर्शन और धरना लंबे समय तक चले तो इस्तेमाल किया जा सके. किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि उन्हें दिल्ली जाने दिया जाए, यदि कहीं रोका गया तो उसी जगह पर धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे.
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